महंगी बिजली का काम तमाम, निभाया हमने वादा-बिजली का बिल हुआ आधा -प्रियव्रत

भोपाल,ऊर्जा मंत्री प्रियव्रतसिंह, प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की अध्यक्ष श्रीमती शोभा ओझा एवं उपाध्यक्ष अभय दुबे ने आज पत्रकार वार्ता में कहा कि स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी की मान्यता थी कि प्रजातंत्र तभी चरितार्थ हो सकता है, जब समाज के वंचित वर्गों तक योजनाओं का लाभ पहुंचे। आज सही मायने में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ‘इंदिरा गृह ज्योति योजना’ के माध्यम से प्रदेश के 97,40,699 परिवारों को 100 यूनिट तक घरेलू बिजली एक रूपये यूनिट की दर से उपलब्ध कराकर भारत की पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी को उनके पुण्य स्मरण दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की है।
देश के लोह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल ने आजादी के आंदोलन में अपनी पहली आहूती गुजरात के खेड़ा जिले में किसानों की लड़ाई लड़कर दी थी। आज मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ‘इंदिरा किसान ज्योति योजना’ के तहत देश की सबसे सस्ती श्रेणी की बिजली मात्र 44 पैसे प्रति यूनिट की दर से प्रदेश के किसानों को उपलब्ध कराकर सरदार वल्लभ भाई पटेल को उनकी जन्म जयंती पर सच्चे अर्थों में पुष्पांजलि अर्पित की है।
इंदिरा गृह ज्योति योजना से प्रदेश हुआ रोशन
मुख्मंत्री कमलनाथ ने प्रदेश के नागरिकों को वचनपूर्वक कहा था कि हम बिजली खर्च के बोझ को आधा कर देंगे। आज हम यह बताते हुये अभिभूत हैं कि इंदिरा गृह ज्योति योजना के माध्यम से मात्र एक रूपये प्रति यूनिट की दर से 100 यूनिट तक बिजली, 150 यूनिट तक खर्च करने वाले उपभोक्ताओं को उपलब्ध करा रहे हैं। वर्तमान में प्रदेश में कुल घरेलू बिजली के उपभोक्ता 1,16,97,880 है। बेहद उत्साहवर्धक परिणाम इंदिरा गृह ज्योति योजना के आये हैं। हमें यह बताते हुये खुशी हो रही है कि कुल 97,40,699 उपभोक्ताओं को अर्थात 83.27 प्रतिशत घरेलू बिजली के उपभोक्ताओं को इस योजना का लाभ देने में हमने कामयाबी हासिल की है। जबकि, पूर्ववर्ती भाजपा सरकार द्वारा संचालित संबल योजना में मात्र 35.72 प्रतिशत लोगों को ही लाभान्वित किया गया था। जिसमें भी बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां सामने आयी हैं।
घर सस्ती बिजली से हुए रोशन
मध्यप्रदेश कांगे्रस सरकार प्रतिकूल आर्थिक परिस्थितियों के बावजूद समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े हुये आमजन का हाथ दृढ़ता से थामें हुये है। हम गर्व की अनुभूति करते हैं कि प्रदेश के अजा/अजजा/ बीपीएल परिवारों को 30 यूनिट तक मासिक बिजली की खपत पर मात्र 25 रूपये लिये जा रहे हैं एवं चार माह में एक बार 100 रूपये लिये जाने की व्यवस्था की गई है।
अन्नदाता को देश की सबसे सस्ती श्रेणी की बिजली
मुख्यमंत्री कमलनाथ की मान्यता है कि प्रदेश का अन्नदाता किसान ही सही मायने में प्रदेश की प्रगति का कर्णधार है। हमने अपने वचनपत्र में वादा किया था कि प्रदेश के किसानों का बिजली का बिल हॉफ करेंगे और आज हमने प्रदेश के किसानों के स्वप्नों को साकार किया है। दस हॉर्स पॉवर तक के कृषि पंप उपभोक्ताओं की विद्युत दरों को आधा कर दिया है। हमें यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि पूर्ववर्ती सरकार में जो 1400 रूपये प्रति हॉर्स पॉवर, प्रतिवर्ष कृषि पंपों की विद्युत दर निर्धारित थी, उसे हमने एकदम आधा करके 700 रूपये प्रति हॉर्स पॉवर प्रतिवर्ष कर दिया है। इससे 19.91 लाख किसान लाभान्वित हो रहे हैं। इस योजना के तहत प्रति किसान उपभोक्ता को लगभग 47 हजार रूपये प्रति वर्ष सब्सिडी दी जा रही है।

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