शाहजहांपुर,पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद से रंगदारी मांगने के आरोप में जेल में बंद पीड़िता को आज शुक्रवार सुबह न्यायालय के आदेश पर बरेली कॉलेज में एलएलएम में एडमिशन कराने के लिए ले जाया गया है। जिसके बाद पीड़िता की बरेली के यूनिवर्सिटी कैंपस में एलएलएम में प्रवेश की प्रक्रिया पूरी हो गई।
वहीं दूसरी और पीड़िता के भाई को भी दूसरे कालेज में प्रवेश दिलाने का आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दिया था इसी परिपेक्ष में एमजेपी यूनिवर्सिटी बरेली से संबंद्ध सिल्वर ला कालेज के प्रषासन के मुताबिक पीड़िता के भाई का फीस पूर्व में ही जमा हो गई थी परंतु आज परीक्षा फार्म भरकर उसका विधिवत कॉलेज में एडमिशन कर लिया गया है। पीड़िता ने वीडियो वायरल करके स्वामी सुखदेवानंद विधि महाविद्यालय जिसमें वो एलएलएम की छात्रा है, ने स्वामी चिन्मयानंद पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया था और पीड़िता को महात्मा ज्योतिबा फूले यूनिवर्सिटी में पीड़िता का एलएलएम में एडमिशन किए जाने का आदेश दिया था, परंतु एडमिशन से पूर्व ही विशेष जांच दल एसआईटी ने पीड़िता को जेल भेज दिया था। पुलिस अधीक्षक डॉ. एस. चिनप्पा के मुताबिक सीजीएम के आदेश पर जेल से पीड़िता को बरेली ले जाने के लिए सुरक्षा व्यवस्था की मांग जेल प्रशासन द्वारा की गई थी जिसके चलते पुलिस की एक टीम स्क्वाड के साथ पीड़िता को अपनी सुरक्षा में लेकर बरेली कालेज गई है। वहीं दूसरी ओर जेलर राजेश कुमार राय ने बताया कि आज सुबह लगभग सात बजे पीड़िता को एडमिशन कराने के लिए बरेली कॉलेज भेज दिया गया है।
विदित हो कि स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय में पढ़ने वाली एक छात्रा ने 24 अगस्त को एक वीडियो वायरल करके स्वामी चिन्मयानंद पर गंभीर आरोप लगाए थे इसके बाद स्वामी चिन्मयानंद के अधिवक्ता ओमवीर सिंह ने यहां शहर कोतवाली में रंगदारी मांगने का एक मुकदमा दर्ज कराया था मामले में एसआईटी ने जांच की और पीड़िता समेत संजय विक्रम और सचिन को रंगदारी मांगने के आरोप में जेल भेज दिया था। वहीं दूसरी ओर पीड़िता द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद और स्वामी चिन्मयानंद का मालिश कराते हुए वीडियो वायरल होने के बाद विशेष जांच दल ने स्वामी चिन्मयानंद को आरोपी बनाते हुए धारा 376 सी के तहत उन्हें भी जेल भेज दिया है मामले में चिन्मयानंद समेत पांच आरोपी जेल में बंद है। मामले की जांच विशेष जांच दल एसआईटी कर रही है जांच रिपोर्ट 22 अक्टूबर को एसआईटी को इलाहाबाद हाईकोर्ट की एक विशेष बेंच को सौपनी है ।
SC के आदेश पर चिन्मयानंद प्रकरण में पीड़िता का दाखिला बरेली में एलएलएम में कराया गया
