हापुड़, जिले के पिलखुवा में पुलिस हिरासत में एक किसान नेता की मौत हो गई। घटना के बाद लोगों में पुलिस के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश है। तनाव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी है। वहीं कोतवाली के आसपास का बाजार बंद करा दिया गया है। मृतक के परिजन दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या की धारा में रिपोर्ट दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग की है। वहीं, कार्रवाई करते हुए इंस्पेक्टर थाना प्रभारी निरीक्षक योगेश बालियान, उपनिरीक्षक अजब सिंह और कॉन्स्टेबल मनीष चैहान को निलंबित कर दिया गया है।
प्राप्त विवरण के मुताबिक 30 अगस्त को लाखन गांव के जंगल में एक महिला की जली अवस्था में लाश मिली थी। मामले की जांच करते हुए रविवार शाम पुलिस ने लाखन गांव निवासी प्रदीप तोमर (30) को शक के तौर पर हिरासत में लिया। आरोप है कि पुलिस ने पूछताछ के दौरान प्रमोद तोमर के साथ बेरहमी से मारपीट की। जिस कारण उसकी तबीयत बिगड़ गई। गंभीर हालत में उसे नगर के एक अस्पताल में ले जाया गया। जहां से उसे मेरठ रेफर कर दिया गया। देर रात पीड़ित की मेरठ के अस्पताल में मौत हो गई। बताया जाता है कि जिस महिला की लाश थी वह किसान नेता की सलहज (साले की पत्नी) थी।
हापुड़ में पुलिस की हिरासत में किसान नेता की मौत से तनाव
