भोपाल,मध्यप्रदेश में 4 दिनों से चल रही पटवारियों की हड़ताल खत्म हो गई है। कमलनाथ सरकार ने पटवारी संघ की वेतनमान संबंधी मांग को छह महीने में पूरा करने का वादा किया, जिसके बाद यह हड़ताल वापस ले ली गई। पटवारी संघ ने हड़ताल समाप्ति के बाद कहा कि किसानों के हित में उन लोगों ने यह फैसला किया है। इधर, प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी के जिस बयान से पटवारियों में नाराजगी थी, वह भी दूर हो गई है। पटवारियों ने मंत्री पटवारी को माफ कर दिया है। कमलनाथ सरकार में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि पटवारियों की दोनों मांगों को मान लिया गया है। मंत्री जीतू पटवारी ट्वीट कर अपने बयान को लेकर पटवारियों से माफी मांग चुके हैं। वहीं दूसरी मांग को छह महीने में पूरा किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि कि वेतनमान को लेकर सीएम कमलनाथ को प्रस्ताव भेजा गया है।
बात दे कि मध्यप्रदेश में पटवारियों की हड़ताल की वजह से करीब 22 विभागों के काम प्रभावित हो रहे थे। आम जनता परेशान थी और किसानों की फसल का सर्वे भी नहीं हो पा रहा था। इसकारण सरकार ने पहल की। राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के साथ पहली बैठक बेनतीजा रही। दूसरी बैठक में सकारात्मक परिणाम सामने आए और पटवारियों ने सरकार के वादे और लिखित में मिले आश्वासन के बाद हड़ताल खत्म कर दी। सोमवार से सभी पटवारी अपने काम पर लौट जाएंगे।
बता दें कि चार दिन पहले पटवारियों ने उस वक्त हड़ताल करने की बात कही थी, जब मंत्री पटवारी के बाद दिग्विजय सिंह ने पटवारियों को भ्रष्ट करार दे दिया था। इस बयान पर जीतू पटवारी सफाई भी दे चुके हैं। मंत्री जीतू पटवारी के इसी बयान से हड़ताल शुरू हुई और सार्वजनिक माफी मांगने की मांग के साथ पटवारियों ने वेतनमान की मांग भी सरकार के सामने रख दी। इधर, हड़ताल समाप्ति की घोषणा के बाद पटवारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेंद्र सिंह बघेल ने कहा कि किसान हित में हड़ताल खत्म की गई है। सरकार ने लिखित में आश्वासन दिया है कि आने वाले छह महीनों के अंदर वेतनमान की मांग को पूरा किया जाएगा। संघ की मांग है कि 2100 रुपए ग्रेड-पे की जगह 2800 का ग्रेड-पे मिलना चाहिए। संघ ने चेतावनी भी दी है कि यदि छह महीने में उनकी मांग को पूरा नहीं किया गया, तब फिर से पटवारी हड़ताल के लिए मजबूत रहे जाएंगे।
एमपी में पटवारियों की हड़ताल खत्म, सरकार ने मान लीं मांगें
