नई दिल्ली, इसी हफ्ते की शुरुआत में पीओके के एक हिस्से में कुछ आतंकी सरगना और उनके सरकारी आका मिलते हैं। जहां पर वह बैठकर दिल्ली और जम्मू कश्मीर में धमाकों की योजना बनाते हैं। खुफिया एजेंसियों को मिले अहम सुराग के मुताबिक इस बैठक में जैश ए मोहम्मद के प्रमुख अजहर मसूद का भतीजा भी शामिल था। इसके अलावा आईएसआई के मेजर जनरल रैंक के अधिकारी भी शामिल थे। पांच दिन पहले पीओके में हुई भारत को धमाकों से दहलाने की साजिश की पूरी बातों को इंटरसेप्ट किया है। उसी के आधार पर खुफिया एजेंसियों ने रेड अलर्ट जारी कर सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद किया है। वहीं अलर्ट जारी करने के बाद दिल्ली और गुरुग्राम में शुक्रवार को भी छापेमारी की गई। इस दौरान एजेंसियों ने कुछ संदिग्धों को उठाया है।
सूत्रों के मुताबिक फिलहाल बातचीत में जम्मू कश्मीर और दिल्ली को ही टारगेट करने की बात आई है लेकिन अलर्ट पर सबको कर दिया गया है। इंटरसेप्ट की गई बातचीत के मुताबिक हमला करने के लिए आतंकी देश में घुस आए है। इसके अलावा सूत्रों ने बताया कि नेपाल से लेकर नार्थ ईस्ट तक के बॉर्डर को अलर्ट पर रख गया है। सूत्रों का कहना है कि आतंकी आसानी से नेपाल के खुले रास्तों से अंदर आ सकते हैं। भारत में जिन आतंकियों को दिल्ली व जम्मू कश्मीर में आतंकी हमला करने का जिम्मा सौंपा गया है उनका हैंडलर पाकिस्तानी है। जैश के आतंकी कश्मीर के रास्ते जम्मू कश्मीर व दिल्ली में घुस चुके हैं। खुफिया विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक आईएसआई ने इस बार भारत में आतंकी हमले की जिम्मेदारी जैश ए मोहम्मद को दी है।
आतंकी घुसपैठ के रेड अलर्ट के बाद दिल्ली-एनसीआर में छापेमारी
