वायनाड, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार की आलोचना कर कहा है कि नरेंद्र मोदी या उनकी सरकार के खिलाफ कुछ भी कहने वालों को सलाखों के पीछे डाल दिया जाता है। राहुल मॉब लिंचिंग पर पीएम मोदी को खुला खत लिखने वाले 50 प्रसिद्ध लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के मामले पर बोल रहे थे। वायनाड से सांसद राहुल ने कहा, देश तानाशाही की ओर बढ़ रहा है और यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। हर कोई जानता है कि देश में क्या हो रहा है। यह बात किसी से छिपी नहीं है, बल्कि पूरा देश यह जानता है। हम तानाशाही की ओर बढ़ रहे हैं। यह बात काफी हद तक स्पष्ट है।’
राहुल गांधी बांदीपुर बाघ अभयारण्य से होकर गुजरने वाले राजमार्ग पर रात में वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने का विरोध कर रहे लोगों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए वायनाड आए थे। उन्होंने कहा, जो प्रधानमंत्री के खिलाफ कुछ कहता है, जो सरकार के खिलाफ आवाज उठाता है, उस जेल भेज दिया जाता है और उस पर हमला किया जाता है। आज मीडिया को दबा दिया गया है। हर कोई जानता है कि क्या चल रहा है। यह बात किसी से छिपी नहीं है।’ गौरतलब है कि, मॉब लिंचिंग के मामलों पर चिंता जाहिर करते हुए पीएम मोदी को खुला खत लिखने वाले रामचंद्र गुहा, मणिरत्नम और अपर्णा सेन सहित करीब 50 लोगों के खिलाफ यहां गुरुवार को एफआईआर दर्ज की गई थी। स्थानीय वकील सुधीर कुमार ओझा की ओर से दो महीने पहले दायर की गई एक याचिका पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) सूर्य कांत तिवारी के आदेश के बाद यह एफआईआर दर्ज हुई है। ओझा का आरोप है कि इन हस्तियों ने देश और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि को कथित तौर पर धूमिल किया है।
मोदी या उनकी सरकार के खिलाफ कुछ भी कहने वालों को सलाखों के पीछे डाला जा रहा
