रीवा, दो अक्तूबर को जब पूरी दुनिया राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मना रही थी, उसी दिन रीवा स्थित बापू भवन से महात्मा गांधी के अस्थि अवशेष चोरी हो गए। इसके साथ ही कुछ शरारती तत्वों ने यहां महात्मा की एक तस्वीर पर हरे रंग से राष्ट्रदोही लिख दिया। राज्य पुलिस ने इसकी पुष्टि कर दी है। पुलिस ने कहा कि तस्वीर को सही कर दिया गया है, मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है, जांच जारी है। बता दें कि भारत को ब्रिटिश शासन से आजादी दिलाने में महात्मा गांधी ने अहम भूमिका निभाई थी। उनके सत्याग्रह और अहिंसक आंदोलन का लोहा पूरी दुनिया ने माना है। हालांकि, भारत में एक समूह ऐसा भी है जो गांधी को भारत-पाक विभाजन का जिम्मेदार बताता है और उन्हें हिंदुओं के खिलाफ मानता है। इनका मानना है कि वह मुसलमानों के समर्थक थे। इसी सोच की वजह से नाथूराम गोडसे ने 30 जनवरी 1948 को उनकी हत्या कर दी थी। महात्मा गांधी के निधन के बाद उनकी अस्थियों को नदी में विसर्जित नहीं किया गया था। बल्कि, उन्हें अलग-अलग हिस्सों में विभाजित कर भारत में बने महात्मा गांधी के विभिन्न संग्रहालयों में रखा गया था। रीवा का गांधी भवन भी ऐसा ही एक संग्रहालय है। इस घटना के सामने आने के बाद स्थानीय कांग्रेस नेता गुरमीत सिंह ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी।