भोपाल, प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने स्पष्ट रुप से कहा कि 100 प्रतिशत पटवारी रिश्वत लेते हैं। बिना पैसा लिए काम ही नहीं करते। मेरे नाम में भी पटवारी है, इसलिए मेरा भी नाम बदनाम होता है। मंत्री पटवारी ने आगे कहा कि पटवारियों से हाथ जोड़कर निवेदन करने पर भी नहीं मानते। कोई किसान ऊपर का पैसा दे रहा है तो वह गलत कर रहा है, उसकी भी जिम्मेदारी है। रिश्वत लेने वाला दोषी है तो देने वाला भी दोषी है। थोड़ा लड़ो, नेताओं को भी झिंझोड़ो, चार बात सुनाओ, क्योंकि आपके वोट की कीमत है। मंत्री ने कलेक्टर से अनुरोध किया कि वे पटवारियों पर लगाम कसें। कल उनके विधानसभा क्षेत्र के रंगवासा गांव में ‘आपकी सरकार-आपके द्वार’ कार्यक्रम में पटवारी की यही पीड़ा मंच से उभर आई।कार्यक्रम में जिला पंचायत सीईओ नेहा मीणा, एसडीएम रविकुमार सिंह, उप संचालक कृषि विजयकुमार चौरसिया, उद्यानिकी उप संचालक त्रिलोकचंद वास्केल, उपायुक्त सहकारिता राजेश क्षत्री, जनपद पंचायत सीईओ कुसुम मंडलोई, जिला शिक्षा केंद्र परियोजना समन्वयक अक्षयसिंह राठौड़ सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। हजारों की तादाद में मौजूद किसानों की मौजूदगी में मंत्री ने अवैध कॉलोनियों पर भी सख्ती से रोक लगाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि अवैध कॉलोनियों को लेकर कमलनाथ सरकार बहुत सख्त होने जा रही है। कुछ ही दिन में इसके निर्देश भी आ जाएंगे। जो लोग बस गए हैं, उनका दोष नहीं है। उन कॉलोनियों में मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पाती हैं। इससे पहले कांग्रेस जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव ने कहा कि जनता की समस्याओं को हल करने के लिए कमलनाथ सरकार कटिबद्ध है। उन्होंने सुझाव दिया कि ‘आपकी सरकार-आपके द्वार’ कार्यक्रम को ग्राम पंचायत स्तर पर भी किया जाना चाहिए, ताकि ग्राम स्तर पर ही लोगों की समस्याएं हल हो सकें। कलेक्टर ने कहा कि ‘आपकी सरकार-आपके द्वार का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। जहां तक हो सकेगा, ग्रामीणों की समस्याओं का निराकरण स्थानीय स्तर पर ही किया जाएगा। इस मौके पर लगाए गए शिविर में 448 आवेदन आए। इनमें से करीब 200 का निराकरण मौके पर ही किया गया, बाकी के लिए समय-सीमा तय की गई। शिविर में 131 हितग्राहियों को लगभग 90 लाख रुपए की मदद भी की गई। दिव्यांगों को ट्राइसिकल, विद्यार्थियों को साइकिल और गणवेश के चेक भी बांटे गए। विभिन्न विभागों ने स्टॉल लगाकर शासकीय योजनाओं की जानकारी भी दी।