उज्जैन, महंगाई की मार का असर उज्जैन के महाकाल मंदिर के लड्डू प्रसाद पर भी पड़ सकता है। प्रदेश में दूध व पेट्रोलियम पदार्थों की मूल्य वृद्धि से महाकाल का प्रसाद भी प्रभावित हुआ है। बीते दिनों मंदिर प्रबंध समिति से पहले मंदिर के विभिन्न् प्रकल्पों के प्रभारियों की बैठक में लड्डू प्रसाद के दाम बढ़ाने पर विचार हुआ। यहां बता दें कि लड्डू प्रसाद बनाने में देशी घी का उपयोग होता है। चिंतामन स्थित लड्डू निर्माण इकाई से परिवहन कर प्रसाद को मंदिर के काउंटरों तक पहुंचाया जाता है। व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि महंगाई से प्रसाद की लागत बढ़ रही है, ऐसे में इसके दाम बढ़ाए जाने चाहिए। बैठक में कर्मचारियों के ड्रेस कोड पर भी चर्चा हुई। कुछ दिन पहले एक समिति सदस्य ने कर्मचारियों की यूनिफार्म कुर्ता पायजामा करने का प्रस्ताव दिया था।
इस पर कर्मचारियों ने कहा कि इस यूनिफॉर्म को पहनकर काम करना सुविधा की दृष्टि से ठीक नहीं होगा। इसलिए पूर्व में निर्धारित पेंट शर्ट के ड्रेस कोड में बदलाव उचित नहीं है। करीब 2 सालों से कर्मचारियों की वेतन वृद्धि नहीं हुई है। बैठक में कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने का प्रस्ताव भी रखा गया। हालांकि अफसर इस मुद्दे पर मौन ही रहे। कर्मचारियों के बीच स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा रहे, इसके लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारी को प्रति वर्ष सम्मानित करने पर भी चर्चा हुई। मंदिर में फैसिलिटी मैनेजमेंट व सिक्यूरिटी का जिम्मा संभाल रही निजी कंपनियों का कार्यकाल भी पूरा हो रहा है। अफसरों ने स्टोर विभाग को टेंडर जारी करने के निर्देश दिए। मालूम हो कि वर्तमान में 1 किलो लड्डू प्रसादी के भाव 240 रुपए, 500 ग्राम के 120 रुपए, 200 ग्राम के 60 रुपए एवं 100 ग्राम 30 रुपए श्रदधालुओं से लिए जा रहे हैं।