शाहजहांपुर,भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की पूर्व राज्यसभा सांसद वृंदा करात और सुभाषिनी अली ने आज यहां कहा कि यूपी पुलिस चिन्मयानंद को बचा रही है। छात्रा निर्दोष है फिर भी उसे इंसाफ नहीं मिल पा रहा है। वामपंथी नेताओं ने ऐलान किया कि छात्रा को पीड़िता होने के बाद भी इंसाफ नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि पीड़िता के पक्ष में बड़ा आंदोलन होगा।
दोनांे वामपंथी नेता वृंदा करात और सुभाषिनी अली गुरुवार को यहां चिन्मयानंद केस में गिरफ्तार हुई छात्रा से मिलने जेल पहुंची। छात्रा के मिलने के बाद पत्रकारों से बातचीत में वृंदा करात ने कहा महिला संगठन एकजुट है। उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस चिन्मयानंद को बचा रही है। छात्रा निर्दोष है फिर भी उसे इंसाफ नहीं मिल पा रहा है। सुभाषिनी अली ने कहा कि हम एसआईटी से मांग कर रहे हैं कि चिन्मयानंद पर सीधे तौर पर 376 धारा के तहत करवाई हो। इसके अलावा उन्होंने हॉस्टल के कमरे से गायब महत्वपूर्ण चश्मे को लेकर भी धारा 201 बढ़ाने की मांग की। इससे पहले सुभाषिनी अली और वृंदा करात ने गुरुवार की सुबह छात्रा के घर पहुंचकर उनके परिवार वालों से मुलाकात की थी।
इससे पहले चिन्मयानंद के खिलाफ अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति ने बुधवार को जिलाधिकार कार्यालय में जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने केंद्र व उत्तप्रदेश की बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार बलात्कारी बाबा को बचाने का काम कर रही है। समिति ने डीएम के माध्यम से पीएम को ज्ञापन भेज चिन्मयानंद के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई करने की मांग की। उधर, पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद की जमानत अर्जी पर कोर्ट ने सुनवाई के लिए 30 सितंबर की तारीख तय की है। चिन्मयानंद के अधिवक्ता ओम सिंह ने बताया कि आज को उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री की जमानत की अर्जी जिला जज की अदालत में दी है जिस पर सुनवाई के लिए 30 सितंबर की तारीख तय हुई है।