इंदौर,मध्यप्रदेश की सियासत में खलबली पैदा करने वाले हनी ट्रैप मामले में सिर्फ भाजपा ही नहीं बल्कि कांग्रेस के लोग भी फंसे हुए हैं। पुरानी सरकार के मंत्रियों और आला आईएएस अफसरों के ऑडियो और वीडियो सामने आने के बाद पॉवर गैलरी में हलचल मची है। भाजपा और संघ में भी भूचाल आया हुआ है। हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप मामले में पिछली भाजपा सरकार के बड़े नेताओं के नाम सामने आने लगे हैं। इसमें जांच की दिशा अब भाजपा के बड़े पदाधिकारी और एक उतने ही बड़े कद्दावर पूर्व मंत्री की ओर मुड़ती जा रही है। इस बीच कांग्रेस नेताओं का नाम भी जुड़ गया है। जांच से जुड़े सूत्रों की मानें, तो पुलिस को 96 वीडियो और पोर्न फिल्में मिली हैं, उनमें सबसे ज्यादा 24 वीडियो कांग्रेस के एक दिग्गज नेता के मिले हैं। वीडियो डेढ़ से दो साल पुराने बताए जा रहे हैं। पकड़ी गई जिस महिला ने वीडियो बनाया है, वह कांग्रेस के एक बड़े नेता की काफी करीबी रही है। दो ऐसे लोगों के वीडियो भी सामने आए हैं, जो कारोबार से जुड़े हैं। उनके कुछ ऑडियो भी सामने आए हैं। उनकी पकड़ी गई महिलाओं से लंबी बातचीत भी होती थी। सत्ता के रसूख से जुड़े दो कारोबारियों के नाम भी इस कड़ी में जुड़े हैं। एक का वीडियो भोपाल और दूसरे का इंदौर में बनाया गया था। यह खुलासा पुलिस को जांच के दौरान मिले तमाम तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर हुआ है। मजेदार बात तो यह है कि पुलिस ने इन सबूतों को एकत्रित कर अपने पास तो रख लिया है, लेकिन उसे ऑन रिकॉर्ड (दस्तावेजी साक्ष्य के तौर पर शामिल) नहीं किया है। यह मामला इंदौर में पकड़े गए गिरोह से जुड़ा है। इंदौर नगर निगम के इंजीनियर को ब्लैकमेल करने और उन पर तीन करोड़ रुपए की अड़ी डालने वाले गिरोह को इंदौर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इनमें आरती दयाल, मोनिका यादव और ओमप्रकाश कोरी शामिल हैं। उनकी निशानदेही पर श्वेता विजय जैन, बरखा अमित सोनी और श्वेता स्वप्निल जैन को गिरफ्तार किया था। तीनों को जेल भेज दिया गया है।
इधर, शनिवार देर रात सीएसपी ज्योति उमठ आरती और मोनिका को लेकर विजय नगर स्थित होटल इन्फिनिटी और होटलश्री पहुंचीं। यहां जांच में सामने आया कि 18 अगस्त को होटलश्री में खुद हरभजन ने रूम बुक करवाया था। 30 अगस्त को होटल इन्फिनिटी में मोनिका और आरती के साथ एक और लड़की रूपा अहिरवार भी आई थी। मोनिका ने हर जगह फर्जी आधार कार्ड सीमा पुत्री राजेश सोनी निवासी जबलपुर के नाम से दिखाया था।
जेल की बैरक में झगड़ी
लग्जरी लाइफ जीने वाली श्वेता जैन, श्वेता विजय जैन और बरखा सोनी को जिला जेल की अलग-अलग बैरकों में भेज दिया गया है। बताया जाता है कि पहले तीनों को एक ही बैरक में रखा गया था पर तीनों में झगड़ा होने के कारण उन्हें अलग-अलग रखने का फैसला किया गया।
संघ ने मांगी भाजपा से रिपोर्ट
हनी ट्रैप मामले में भाजपा के कुछ नेताओं के साथ दो पूर्व संगठन मंत्रियों के नाम सामने आने के बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ सक्रिय हो गया है। संघ ने भाजपा से इस पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। ज्ञात हो कि भाजपा में संगठन महामंत्री और संगठन मंत्री संघ की पृष्ठभूमि से आते हैं। श्वेता जैन मामले में कुछ भाजपा नेताओं के साथ एक पूर्व संगठन महामंत्री और एक संगठन महामंत्री का नाम भी सामने आ रहा है। आरोप लग रहे हैं कि उस समय एक संगठन महामंत्री ने भाजपा की राजनीति में श्वेता को आगे बढ़ाने में काफी मदद की थी। बुंदेलखंड क्षेत्र में पदस्थ रहे एक संगठन मंत्री का नाम भी इसमें जोड़ा जा रहा है। श्वेता के इन दोनों नेताओं से काफी मधुर संबंध बताए जाते हैं।
एटीएस एएसपी ने इंदौर आकर की पूछताछ
सूत्र बताते हैं कि हनी ट्रैप गैंग से पूछताछ के लिए एटीएस एएसपी रामजी श्रीवास्तव भी इंदौर आये हैं। उनके साथ क्राइम ब्रांच एएसपी अमरेंद्र सिंह व सीएसपी ज्योति उमठ ने पूछताछ की। पर महिलाओं ने क्या कुबूल किया, ये पुलिस बताने से बच रही है। रात को अफसरों ने मोनिका और आरती से अलग-अलग पूछताछ कर उनके शिकार अफसरों नेताओं के बारेमें जानकारी मांगी। यह भी पता किया जा रहा है कि अब तक ये कितने लोगों के साथ ब्लैकमेलिंग कर चुकी है और कितना पैसा कमाया है।