नई दिल्ली , वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से घरेलू कंपनियों पर लगने वाले कॉरपोरेट टैक्स में छूट की घोषणा से भारतीय शेयर बाजारों में भारी उछाल आ गया है। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 1601 अंक बढ़कर 37,695.74 पर और निफ्टी 363.75 अंक चढ़कर 11,068.55 के स्तर पर पहुंच गया। ग्रोथ को प्रमोट करने के लिए वित्त मंत्री ने नई घरेलू कंपनियों के लिए कॉर्पोरेट टैक्स की दर को घटाकर 22 फीसदी कर दिया है, बशर्ते कॉर्पोरेट्स ने किसी तरह का इन्सेंटिव या छूट न ली हो। वित्त मंत्री के ऐलानों से शेयर बाजार खिलखिला उठा है। बाजार में दिवाली जैसी रौनक है और लगभग सभी प्रमुख सेक्टरों में उछाल दिख रही है। ग्रोथ और निवेश को बढ़ाने के लिए इनकम टैक्स ऐक्ट में बदलाव मौजूदा वित्त वर्ष यानी 2019-20 से होगा लागू। घरेलू कंपनियों पर बिना किसी छूट के इनकम टैक्स 22 प्रतिशत होगा और सरचार्ज और सेस जोड़कर प्रभावी दर 25.17 फीसदी हो जाएगी। पहले यह दर 30 प्रतिशत थी। वित्त मंत्री ने बताया कि कॉर्पोरेट टैक्स घटाए जाने और अन्य रियायतों से सरकार के खजाने पर 1.45 लाख करोड़ रुपए का बोझ पड़ेगा।
मेक इन इंडिया को बूस्ट देने के लिए उन्होंने इनकम टैक्स ऐक्ट में एक क्लॉज जोड़ा। वित्त वर्ष 2019-20 में 1 अक्टूबर से बाद में गठित घरेलू कंपनी जो मैन्युफैक्चरिंग में निवेश करेगी, उसेके पास 15 फीसदी की दर से आयकर देने का विकल्प होगा। यानी 1 अक्टूबर 2019 को या उसके बाद भारत में गठित किसी भी कंपनी पर 15 फीसदी टैक्स लगेगा। अगर वे 31 मार्च 2023 से पहले उत्पादन शुरू कर देती हैं तो 15 प्रतिशत टैक्स लगेगा। सभी तरह के सरचार्ज और सेस समेत 17.10 प्रतिशत प्रभावी दर होगी। 5 जुलाई 2019 से पहले शेयरों के बायबैक का ऐलान करने वाली कंपनियों पर सुपर रिच टैक्स नहीं लगेगा। कैपिटल मार्केट में फंड का प्रवाह बढ़ाने के लिए वित्त मंत्री ने कहा कि जुलाई में बजट में बढ़ाया गया सरचार्ज कंपनी में शेयरों की बिक्री और इक्विटी फंड यूनिट बिक्री से होने वाले कैपिटल गेन्स पर प्रभावी नहीं होगा।