नई दिल्ली,वर्तमान में भारत की एक बड़ी आबादी हृदय रोग से पीड़ित है। ऐसे में अब एक रिसर्च में सामने आया है कि इसका मुख्य कारण वायु प्रदूषण भी है। एक प्रसिद्ध मेडिकल जर्नल की एक रिसर्च में यह बात सामने आई है। दुनिया भर में एयर पलूशन की वजह से बीमारियां और असामयिक मौत बढ़ रही हैं। खासकर, कम आय वाले देशों में इसका ज्यादा प्रभाव देखने को मिला। भारत दुनिया के सबसे ज्यादा वायु प्रदूषण वाले देशों में से एक है। इसका असर सीधा लोगों की सेहत पर पड़ता है। यदि आप वायु प्रदूषण को सिर्फ चिमनी से निकलने वाले धुएं के रूप में देख रहे हैं, तो ज़रा सावधान हो जाइए। इसमें घरेलू प्रदूषण भी शामिल है। चूल्हे का धुआं, कूड़ा जलाने आदि से निकलने वाला धुआं भी आपकी सेहत के लिए खतरनाक है। भारत जैसे विकासशील देशों में उद्योग से निकलने वाले प्रदूषण और घरेलू प्रदूषण दोनों से लड़ने की चुनौती है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में प्रदूषण की वजह से मौत और बीमारी के बोझ का कोई अनुपात नहीं है। इस संख्या उत्तर भारत के राज्यों में सबसे ज्यादा है। हवा प्रदूषण से ऐसी बीमारियों और उनसे होने वाली मौतों के लिए कोई नीति बनाना बेहद जरूरी है। वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने की तुरंत आवश्यकता है।
दिल की बीमारी में वायु प्रदूषण भी एक बड़ा कारण बन कर उभर रहा
