महोबा, चरखारी कोतवाली क्षेत्र के सालट गांव में शेख पीर बाबा के उर्स में भंडारे के दौरान हिंदुओं को कथित रूप से बिरयानी खिलाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। पुलिस ने बुधवार को 23 मुस्लिमों को नामजद करते हुए 43 लोगों के खिलाफ कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है और तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस बल तैनात किया है।
जैसा कि पता है 31 अगस्त को आयोजित शेख पीर बाबा के उर्स के भंडारे में हिन्दू समुदाय के लोगों को प्रसाद के रूप में ‘मांस’ की बिरयानी खिलाने के मामले में आयोजक शेख कल्लू, शहादत, छुट्टन, रमजान, रशीद, मुन्ना खां, पप्पू खां, मजीद, नजीर, कमरुद्दीन, हजरत, बशीर, राजू खां, अंसार, अकरम, साबिर, शरीफ, समीम, यूनुस, यूसुफ व भूरा खां आदि 23 को नामजद और 20 अज्ञात मुस्लिमों के खिलाफ कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। हालांकि, अभी किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की हुई है, मामले की जांच चल रही है। इस प्रकरण में दो समुदायों के बीच तनाव को देखते हुए गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। दरअसल, शेख कल्लू नामक एक व्यक्ति ने बीती 31 अगस्त को शेख पीर बाबा की दरगाह में एक जलसे का आयोजन किया था, जिसमें हिन्दू और मुस्लिम समुदाय के लोगों को दावत दी गयी थी। जलसे में पूड़ी-सब्जी के अलावा मुर्गे की बिरयानी भी बनी थी। लोगों ने अपनी स्वेच्छानुसार भोजन किया था, जिनमें कुछ हिन्दू समुदाय के लोगों ने भी बिरयानी खाई थी। लेकिन सोमवार को सूचना मिली कि बिरयानी खाने वाले कुछ हिन्दू समुदाय के लोग कार्यक्रम आयोजक शेख कल्लू पर कथित रूप से धर्म नष्ट करने का आरोप लगाकर पंचायत कर रहे हैं और उस पर धार्मिक शुद्धिकरण के नाम पर 50 हजार रुपये की रंगदारी देने और पूरे गांव के लोगों को शाकाहारी भोजन कराने का दबाव बना रहे हैं। इस सूचना पर वे पुलिस बल के साथ पंचायत स्थल पहुंचे और जब पूछताछ में लोगों ने अपनी मर्जी से मुर्गा बिरयानी खाने की बात स्वीकारी, तब दोनों पक्षों का आपसी सहमति से राजीनामा करा दिया गया है। लेकिन, गांव में सामाजिक सौहार्द्र न बिगड़े, इस पर पूरी नजर रखी जा रही है। सालट गांव में मुर्गे की बिरयानी खिलाने पर दो समुदायों के बीच हो रही पंचायत में वे खुद पहुंच गए थे और हिन्दू समुदाय के लोगों ने अपनी मर्जी से मुर्गे की बिरयानी खाने की बात बताई जाने पर दोनों पक्षों का लिखित में समझौता करा दिया गया है। लेकिन, इस मामले ने तूल तब पकड़ा, जब क्षेत्रीय भाजपा विधायक बृजभूषण राजपूत मंगलवार को सालट गांव दौरे पर पहुंचे और कुछ लोगों ने उनके सामने भंडारे में कथित रूप से धोखे से भैस के गोश्त (बड़े) की बिरयानी खिलाने के मुद्दा उठा दिया। इस मामले में मीडिया से बात करते हुए विधायक बृजभूषण राजपूत ने कहा कि उर्स के भंडारे में ‘बड़े’ की बिरयानी धोखे में खिलाकर धर्म नष्ट किया गया है, लिहाजा दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जाए। इतना ही नहीं, विधायक ने मौजूद पुलिस अधिकारियों से कहा कि उनके क्षेत्र में आने वाली सभी मजारों की जांच की जाए और फर्जी मजारों को तत्काल हटाया जाए। पुलिस अधीक्षक स्वामीनाथ ने कहा कि यह बात गलत है कि धोखे से किसी को प्रसाद के रूप में बिरयानी खिलाई गयी है। दर्ज मामले में अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, जांच चल रही है।