जबलपुर, रानी अवंति बाई लोधी सागर परियोजना, बरगी बाँध के जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए इस सीजन में 6 वीं बार शनिवार 31 अगस्त की सुबह 9 बजे एक बार फिर बांध के 21 में से 9 जलद्वारों को 1-1 मीटर खोल दिया गया है। इनसे करीब 621 क्यूमेक पानी छोड़ा जा रहा है। जबकि 200 क्यूमेक पानी विद्युत ईकाईयों को दिया जा रहा है। बांध से कुल 1595 क्यूमेक पानी की निकासी की जा रही है।
बरगी बाँध के कार्यपालन यंत्री अजय सूरे के मुताबिक बरगी जलाशय के जलग्रहण क्षेत्र में हो रही बारिश और इस वजह से जलाशय के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए परियोजना प्रशासन द्वारा शनिवार 31 अगस्त को बाँध के जलद्वारों को खोलने का निर्णय लिया गया है।
श्री सूरे ने बताया कि शनिवार 31 अगस्त की सुबह 9 बजे बरगी जलाशय का जलस्तर 422.65 मीटर दर्ज किया गया था। यह इसके पूर्ण जलभराव स्तर 422.76 मीटर से मात्र 0.11 मीटर कम है। कार्यपालन यंत्री के मुताबिक शनिवार की सुबह 9 बजे की स्थिति में बरगी जलाशय में लगभग 83 हजार क्यूमेक वर्षा जल प्रवेश कर रहा था।
घटाई-बढ़ाई जा सकती है पानी की निकासी
सूरे के मुताबिक जलाशय में पानी की आवक को देखते हुए पानी की निकासी की मात्रा को घटाया या बढ़ाया भी जा सकेगा।
कार्यपालन यंत्री ने बताया कि बरगी जलाशय के जलविद्युत उत्पादन इकाइयों से की जा रही पानी की निकासी बाँध से छोड़े जाने वाले पानी से अलग होगी। उन्होंने बताया कि जलविद्युत उत्पादन इकाइयों से वर्तमान में 200 क्यूमेक पानी की निकासी हो रही है।
प्रभावित क्षेत्रों में अलर्ट
कार्यपालन यंत्री ने बाँध के निचले क्षेत्रों के निवासियों से सतर्क रहने की अपील करते हुए कहा है कि बाँध से पानी छोड़े जाने के कारण निचले क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति र्निामत हो सकती है। उन्होंने नागरिकों से डूब क्षेत्रों और नदी के तट पर प्रवेश न करने का अनुरोध किया है।