इन्दौर, ऊंची पहाड़ियों की चढ़ाई के लिए पहचाने जाने वाले, राऊ इंदौर के मधुसूदन पाटीदार ने इस बार लद्दाख के पहाड़ों की चढ़ाई करने का लक्ष्य बनाया है। इससे पहले वे दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट और दक्षिण अफ्रिका की पहाड़ी किलिमंजारो फतह कर चुके हैं। साथ ही कुछ समय पहले उन्होंने बर्फ की सबसे ऊंची पहाड़ी माउंट एल्ब्रस पर चढ़कर तिरंगा फहराया है। 22 साल के मधुसूदन यूरोप की सबसे ऊंची पर्वत शृंखला – माउंट एल्ब्रस पर चढ़ने वाले मध्यप्रदेश के सबसे कम उम्र के पर्वतारोही भी हैं।
लद्दाख के लिए मधुसूदन इंदौर से 2 सितंबर को निकलेंगे एवं 7 या 8 सितंबर से पहाड़ों की चढ़ाई शुरू करेंगे। मधुसूदन लद्दाख के कांग यत्स 1, कांग यत्स 2, डेज़ो गोंजो, माथो शिखर, माथो डोम, माथो मैंन, चोकुला 1, चोकुला 2 इत्यादि पहाड़ों की चढ़ाई करेंगे। उनका लक्ष्य लद्दाख के 10 पहाड़ों की चढ़ाई 1 महीने में पूरा करने का है। इस यात्रा पर वे अकेले जा रहे हैं। अभी तक किसी भी भारतीय ने 1 महीने में 10 पहाड़ों की चढ़ाई नहीं की है।
मधुसूदन पाटीदार ने बताया “अगर मन में दृड़ संकल्प हो तो राह में कितनी ही परेशानी आए, आप अपना लक्ष्य हासिल कर ही लेते हैं। मेरा लक्ष्य 3 साल में 100 पहाड़ों की चढ़ाई पूरी करने का है। मुझे विश्वास है कि मैं अपने लक्ष्य को ज़रूर हासिल करूंगा।”