जबलपुर, खनन माफिया से बेधड़क रिश्वत की रकम ले रहे एसडीओपी एसएन पाठक का वीडियो वायरल होने के बाद पूरा पुलिस महकमा सकते में है। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधीक्षक अमित सिंह ने पूरे मामलें की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव उइके को सौंपी थी, और ५ दिन के अंदर जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा था। लेकिन ५ दिन बीत जाने के बाद जांच अधिकारी के समक्ष एसडीओपी अपना पक्ष रखने हाजिर नहीं हुये। सूत्रों पर भरोसा किया जाये तो आज ५ दिन पूरे हो जाने के बाद पुलिस विभाग द्वारा उनके खिलाफ एक पक्षीय कार्रवाई की जा सकती है। इसके साथ ही निलंबित किये आरक्षक देवेंद्र जाट का बयान काफी अहम माना जा रहा है। शहपुरा बेलखेड़ा क्षेत्र में यह चर्चा सरगर्म है कि एसडीओपी एसएन पाठक अवैध रेत परिवहन पर प्रति डम्पर और हाईवा के हिसाब से घूस की रकम लेते थे। अवैध परिवहन के इस पूरे खेल में रेत माफिया से वसूली के मामलें में एसडीओपी एवं निलंबित आरक्षक के अलावा तीन अन्य सिपाही भी शामिल थे। जो पूरे खनन कारोबार का हिसाब-किताब रखते थे। वायरल हुये वीडियो की जांच में चल रहे अब तक निलंबित किये गये आरक्षक देवेंद्र जाट के बयान अभी दर्ज नहीं हुये। पुलिस सूत्रों की माने तो इस मामलें में आरक्षक जाट के बयान अहम होंगे, और उसके बयान के बाद न बल्कि एसडीओपी बल्कि बेलखेड़ा थाने के अन्य सिपाही भी लपेटे में आयेंगे। फिलहाल इस मामलें को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त है और कहा जा रहा है कि मायनिंग की टीम जिस मशीन को घाट पर कंडम समझ कर छोड़ आई थी उसी कंडम मशीन से एसडीओपी पैसा पैदा कर रही थी।