इंदौर, इंदौर आई हॉस्पिटल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के दौरान 15 मरीजों की आंखों की रोशनी जाने के मामले में प्रदेश सरकार ने सख्त कदम उठाये हैं। गुरुवार को आरोपी 2 डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने थाने पहुंच लापरवाही के दोषी डॉक्टरों डॉ. सुधीर महाशब्दे और डॉ. सुहास बांडे के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराया है। दोनों डॉक्टर अस्पाल प्रबंधन से जुड़े हैं। वहीं, दो अन्य डॉक्टरों पर जांच जारी है। पुलिस के अनुसार सीएमएचओ के प्रतिवेदन पर 5 अगस्त 2019 को इंदौर आई हॉस्पिटल में 4 मरीजों की आंख का ऑपरेशन किया गया था, जिसमें से दो मरीजों को दिखना बंद हो गया। ऑपरेशन थियेटर में संक्रमण के कारण ऐसा हुआ था। डॉक्टरों को संक्रमण की जानकारी थी, लेकिन फिर भी ऑपरेशन की अनुमति दी। गौरतलब है कि इस घटन में 11 मरीजों को दिखना बंद हो गया था।