छिंदवाड़ा, पिछले दो दिनों की लगातार बारिश से छिंदवाड़ा पानी-पानी हो गया है। जिले के नदी-नाले उफान पर है। प्रमुख नदियां पेंच, जाम और कन्हान खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। चौरई के माचागोरा में पेंच नदी पर बना जिले का सबसे बड़ा बांध ओव्हरफ्लो होने की स्थिति में है जिसके चलते बांध के आठों गेट खोल दिए गए है। गेटों से पानी लगातार नदी में जा रहा है। बांध का जलस्तर बढ़ने से आसपास के 100 से ज्यादा गांवों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। वहीं नदी के बहाव क्षेत्र में भी चौरई से लेकर चांद तक हाई अलर्ट है। ग्रामीणों को बांध और नदी किनारे आने से मना कर दिया गया है। पिछले दो दिनों से जिले में लगातार बारिश हो रही है। रविवार को मात्र 12 घंटे की अवधि में पूरे जिले में 37 मिमी बारिश हुई है। अब तक जिले में 708.1 मिमीऔसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है । मौसम विभाग का अनुमान है कि बंगाल की खाड़ी में दक्षिण दबाव का क्षेत्र बनने से अभी लगातार बारिश के आसार बने रहेंगे। पिछले दो दिन की बारिश ने जिले को पानी-पानी कर दिया है। जिले से नागपुर, जबलपुर, नरसिंहपुर और भोपाल मार्ग पर नदियों के पुल पर विशेष नजर रखी जा रही है। पुल पर पानी होने की दशा में दोनों ओर बेरीकेट्स लगाकर यातायात रोका जा रहा है ताकि किसी तरह की घटना ना हो। बारिश ने जिले के जलाशयों को भी लबालब कर दिया है। जिले के 27 बड़े जलाशय लगभग 80 प्रतिशत भर चुके हैं। बारिश को आने वाली खरीफ फसल के उत्पादन के लिए बेहतर माना जा रहा है। बारिश से भले ही जनजीवन अस्त-व्यस्त हो लेकिन किसान खुश है। जिला प्रशासन ने लगातार बारिश के चलते पूरे जिले में हाई अलर्ट के आदेश जारी कर दिए है। कलेक्टर श्रीनिवास शर्मा ने बारिश को देखते हुए जलसंसाधन, लोकनिर्माण और पुलिस सहित छिंदवाड़ा, सौंसर, पांढुर्णा, अमरवाड़ा, परासिया और चौरई एसडीएम को क्षेत्र पर लगातार नजर रखने के आदेश दिए है।