भोपाल, मुख्यमंत्री कमलनाथ ने केंद्र सरकार को नक्सल प्रभावित इलाकों में आई.टी.आई.और पॉलीटेक्निक खोलने का सुझाव दिया है जिससे युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकें और वे उग्रवाद की विचारधारा से दूर रहें।
नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की दिल्ली में आयोजित बैठक में नाथ ने केंद्र से अनुरोध किया कि मंडला और डिंडौरी के अलावा शेष नौ विकास खण्डों में भी एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय खोलने का आग्रह किया। उन्होंने नक्सल प्रभावित इलाकों के लिए इंडिया रिजर्व बटालियन का संख्या बल बढ़ाकर प्रभावित इलाकों में इन अतिरिक्त जवानों की तैनाती की मांग की।
नाथ ने दो जिलों मण्डला और बालाघाट के अलावा अनूपपुर, उमरिया और डिंडौरी जिलों को भी नक्सल प्रभावित जिलों की श्रेणी में शामिल करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इन तीन जिलों में नक्सली समस्या न उभर पाये, इसके लिए केन्द्र और राज्य सरकार दोनों को मिलकर प्रयास करना चाहिए। उन्होंने अनुरोध किया कि एकीकृत कार्य-योजना की तर्ज पर इन जिलों में भी विकास-कार्यों की योजना बनाई जाए। मुख्यमंत्री ने सशक्त संचार माध्यम विकसित करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि पिछड़े इलाकों में 3जी, 4जी की सेवाएँ न होने के कारण सूचना तंत्र प्रभावी नहीं है। उन्होंने पिछडे़ क्षेत्रों में बी.एस.एन.एल. की सेवा संतोषजनक नहीं होने से निजी टेलीकॉम ऑपरेटरों की सेवाएँ लेने की जरूरत बताई, जिससे सूचना तंत्र 3जी और 4जी के माध्यम से प्रभावी हो सके।