गले की खराश का रखें ख्याल इसे नजरअंदाज करना ठीक नहीं, यह हो सकता है कैंसर का लक्षण

नई दिल्ली,आम तौर पर सभी लोग गले की खराश को सामान्य मानते हुए इलाज नहीं कराते पर ध्यान रहे लगातार गले में खराश या गला खराब रहना कैंसर का एक लक्षण हो सकता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, गले में खराश होने के साथ अगर कान में दर्द होता है, कुछ खाने या सांस लेने में दिक्कत होती है तो ये लैरिंक्स कैंसर का लक्षण हो सकता है।
एक अध्यन के माध्यम से कैंसर को शुरुआती समय में पहचान कर इलाज करने में सहायता मिलेगी।
इस अध्यन के माध्यम से यह जानने में मदद मिली है कि गला बैठना लैरिंक्स कैंसर का एक अहम लक्षण है। यह भी देखा गया है कि बार-बार गले में खराश रहने से इस कैंसर का खतरा अधिक बढ़ जाता है।
इस अध्यान में लगभग 800 से ज्यादा लैरिंक्स कैंसर से पीड़ित मरीजों को शामिल किया गया है। अध्यन रिपोर्ट में सामने आया कि 5 फीसदी से ज्यादा लोगों को कैंसर लगातार गले में खराश रहने के कारण हुआ।
वहीं आमतौर पर सामान्य संक्रमण होने और गले में दर्द होने पर जलन, खिचखिच जैसी समस्याएं होने लगती हैं, जो कुछ खाने और निगलने के दौरान बदतर हो जाती हैं। गले में दर्द का सबसे आम कारण वायरल संक्रमण होता है, जैसे सर्दी जुकाम या फ्लू। किसी वायरस से होने वाला गले में दर्द, अपने आप और घरेलू देखभाल के साथ ठीक हो जाता है लेकिन गले में दर्द होने पर आपको इन जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए।
गले में दर्द का लक्षण
खुजली व खराश
निगलने व बोलते समय दर्द का बढ़ना
निगलने में कठिनाई
गला सूखना
गर्दन और जबड़े की ग्रंथियों में सूजन व दर्द
टॉन्सिल में सूजन और लाल होना
कर्कश या धीमी आवाज
सांस लेने में कठिनाई
निगलने में कठिनाई
इस प्रकार करें बचाव
हाथ धोना: अपने हाथों को अच्छी तरह और बार-बार धोएं, खासकर टॉइलट के बाद, खाना खाने से पहले, छींकनें और खांसी करने के बाद अपने हाथ जरूर धोएं।
खांसी और छींक: खांसते और छींकते समय अपने मुंह पर रुमाल या टीश्यू रखें और इस्तेमाल के बाद फेंक दें।
हैंड सेनिटाइजर्स यूज करें: अगर किसी समय हैंड वॉश या साबुन उपलब्ध नहीं है, तो हाथ धोने के लिए ऐल्कॉहॉल वाले हैंड सैनिटाइजर्स का इस्तेमाल किया जा सकता है।
घर की चीजों की नियमित सफाई: घर में रोजाना स्पर्श में आने वाली चीजें जैसे, टेलिफोन, टीवी के रिमोट और कंप्यूटर की-बोर्ड आदि को सैनिटाइजिंग क्लीनर से साफ करें।
इन चीजों से करें परहेज
कुरकुरे और ठोस खाद्य पदार्थ: जिन खाद्य पदार्थों के किनारे नुकीले होते हैं, जैसे कुछ बिस्किट, सूखे टोस्ट, कच्ची सब्जियां और अखरोट। ये खाद्य पदार्थ गले में और ज्यादा बेचैनी कर सकते हैं।
खट्टे फल: जुकाम होने पर कई लोग संतरे का रस पीते हैं, ऐसा करने से वास्तव में गले का दर्द और बदतर हो जाता है। संतरे और अन्य खट्टे रस व फल अम्लीय होते हैं जिससे गले की परेशानी बढ़ सकती है।
नमकीन खाद्य पदार्थ: वैसे खाद्य पदार्थ जो सिरका और नमक से बनाए जाते हैं, गले में दर्द, सूजन और जलन को और ज्यादा बढ़ा सकते हैं।
तेज मसाले: जहां कुछ मसाले गले मे दर्द से राहत देते हैं, वहीं मिर्च, गर्म सॉस और जायफल जैसे मसाले स्थिति को और बद्तर बना देते हैं।

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