गुरुग्राम, अपने बच्चों की चिंता किसे नहीं होती है। खासकर तब, जब बच्चे घर से बाहर निकलते हैं। अगर बच्चा गाड़ी लेकर जा रहा है तो उसे घर से निकलने से पहले यह सुनना ही पड़ता है कि आराम से जाना, ज्यादा तेज गाड़ी मत चलाना, ओवरटेक मत करना वगैराह-वगैराह। अमूमन हर घर की यही कहानी है। इसी को ध्यान में रखते हुए झज्जर के एक इंजीनियर ने अपने बेटे के साथ मिलकर ऐसा हेलमेट तैयार किया है जो कि स्कूटी के साथ कनेक्ट है। हेलमेट नहीं पहने पर स्कूटी स्टार्ट ही नहीं होगी। इतना हीं नहीं, अगर स्कूटी चला रहे शख्स ने बीच रास्ते हेलमेट उतारा तो स्कूटी अपने आप बंद हो जाएगी। झज्जर के मॉडल टाउन निवासी पवन वर्मा पेशे से मकैनिकल इंजीनियर हैं। वर्तमान में वह गुडग़ांव की एक कंपनी में कार्यरत हैं। उनका बड़ा बेटा तनिष्क सोनी (19) गुजरात में बैचलर ऑफ डिजाइन का कोर्स कर रहा है। छोटा बेटा वृतांत (17) बिरला स्कूल में 12वीं कक्षा का छात्र है। पवन के मुताबिक स्कूटी चलाते समय वृतांत कई बार हेलमेट उतार देता था। पड़ोसियों ने यह बात पत्नी ऋतंभरा को बताई। इस वजह से सब उसकी सुरक्षा को लेकर चिंतित रहने लगे। इस पर उनके बड़े बेटे तनिष्क ने ऐसा हेलमेट तैयार करने का आइडिया दिया जिसे पहने बिना उनकी स्कूटी स्टार्ट ही न हो। इसके बाद वह बेटे के साथ इस आइडिया पर काम करने में जुट गए।
हेलमेट व इंजन में लगा है ट्रांसमीटर व रिसीवर
पवन के मुताबिक, स्कूटी के इंजन में एक खास ट्रांसमीटर लगाया गया है। इसका रिसीवर हेलमेट में भी फिट है। गाड़ी चलाने वाला जब तक हेलमेट नहीं पहनेगा तब तक स्कूटी को स्टार्ट होने का सिग्नल नहीं मिलेगा। इस हेलमेट की एक खास बात यह भी है कि अगर स्कूटी चला रहे शख्स ने बीच रास्ते इसे उतारने की कोशिश की तो चंद सेकंड में ही स्कूटी बंद हो जाएगी। इतना ही नहीं, बिना हेलमेट के स्कूटी को चोरी करना इतना आसान नहीं होगा। क्योंकि बिना हेलमेट के यह स्टार्ट ही नहीं होगी।
एक माह में तैयार किया गया सिस्टम
पवन ने बताया कि इस सिस्टम को तैयार करने में उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा। एक महीने की मशक्कत के बाद यह सिस्टम तैयार हो पाया। उनका कहना है कि इस अविष्कार के जरिए परिवार ने समाज को भी सड़क सुरक्षा व यातायात नियमों का पालन करने का संदेश दिया है।
झज्जर के इंजीनियर ने बेटे संग ऐसा हेलमेट तैयार किया जो नहीं पहना तो स्टार्ट नहीं होगी स्कूटी
