रायबरेली,सोनिया गांधी की करीबी एवं यूपी की रायबरेली सदर से विधायक अदिति सिंह के पिता का आज मंगलवार को निधन हो गया। कांग्रेस विधायक अदिति के पिता अखिलेश सिंह को बाहुबली नेता माना जाता था। उन्हें कैंसर था और उनका इलाज सिंगापुर में चल रहा था। सोमवार को उन्हें लखनऊ के एसजीपीजीआई में लाया गया था। अखिलेश सिंह की मौत की सूचना से उनके रायबरेली स्थित पैतृक गांव लालूपुर में सन्नाटा फैल गया है। वह रायबरेली से पांच बार विधायक रहे। वह कांग्रेसी थे, लेकिन 2003 के एक हत्याकांड में कांग्रेस की किरकिरी होने के बाद पार्टी ने उन्हें निकाल दिया था, लेकिन वह निर्दलीय चुनाव लड़े और जीते। अखिलेश सिंह 2012 में विधानसभा चुनाव से पहले पीस पार्टी में शामिल हो गए। अदिति ने 2016 में कांग्रेस जॉइन की और चुनाव लड़ीं। विदेश से पढ़ाई करके लौटी अदिति ने यहां रेकॉर्ड मतों से जीत हासिल की थी। अखिलेश सिंह पर विभिन्न आपराधिक मामलों में 45 से भी ज्यादा केस दर्ज थे। हालांकि वह कई मामले में कोर्ट से बरी हो चुके थे। उनके ऊपर अभी भी कई मामले कोर्ट में पेडिंग हैं। 1988 के चर्चित सैय्यद मोदी हत्याकांड में भी अखिलेश सिंह का नाम आया था। उनके साथ अमेठी राजघराने के संजय सिंह और सैयद मोदी की पत्नी अमिता मोदी पर भी केस दर्ज हुआ था। हालांकि 1990 में संजय सिंह और अमिता को कोर्ट ने बरी कर दिया था और 1996 में अखिलेश सिंह भी बरी कर दिए गए थे। अखिलेश सिंह के बारे में कहा जाता है कि कांग्रेस से निकाले जाने के बाद यहां पर कोई भी नेता उनके सामने नहीं टिका। उनका खौफ इतना ज्यादा था कि कोई भी नेता यहां अपना प्रचार करने से डरता था। 2017 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने स्वास्थ्य ठीक न होने पर राजनीति से संन्यास ले लिया था। अखिलेश के राजनीति से बाहर होने के बाद उनकी जगह उनकी बेटी अदिति सिंह राजनीति में आईं।