लखनऊ, सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्रिमण्डल के विस्तार की प्रतीक्षा अब लगता है समाप्त होने जा रही है। माना जा रहा है कि अगले दो-तीन दिन में मंत्रिमण्डल का विस्तार हो जायेगा। विस्तार की चर्चायें उस समय और तेज हो गयीं जब शनिवार मुख्यमंत्री योगी बिना किसी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के राजभवन पहुंचे और राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल से मिले। मुख्यमंत्री शुक्रवार को ही दिल्ली से वापस आये थे।
मुख्यमंत्री योगी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ मुलाकात अकेले में हुई और वार्ता 25 मिनट चली। पार्टी संगठन व सरकार के सूत्रों का कहना है कि योगी मंत्रिमण्डल का विस्तार अगले सप्ताह हो सकता है। इसके लिए पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व से भी हरी झण्डी मिल गयी है। विदित हो कि योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री के कई पद रिंक्त हैं। पार्टी के तीन कैबिनेट मंत्री सांसद चुने जा चुके हैं और वह अपने पदों से इस्तीफा दे चुके हैं। वहीं सरकार में सहयोगी सुभासपा के अलग हो जाने के कारण ओम प्रकाश राजभर की कैबिनेट की कुर्सी खाली है। इसके साथ ही राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार परिवहन स्वतंत्र देव सिंह के प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने से वह भी सरकार से अलग हो सकते हैं। ऐसे में योगी सरकार के मंत्रिमण्डल विस्तार की अटकलों को तेजी से हवा मिली है। पार्टी के सूत्रों का कहना है कि उप चुनाव में जाने के पहले सरकार में नये मंत्रियों को जोड़ा जा सकता है और इस विस्तार में कुछ स्वतंत्र प्रभार व राज्यमंत्रियों के कद को बढ़ाया जा सकता है।
भाजपा की राज्य इकाई के एक नेता ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि स्वतंत्र देव सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने के बाद से ही मंत्रिपरिषद में फेरबदल की संभावनाएं तेज हो गयी थीं। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार के तीन मंत्री लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बन गये हैं जबकि एक मंत्री को बर्खास्त किया गया है। सरकार के तीन मंत्री एसपी सिंह बघेल आगरा से, रीता बहुगुणा जोशी इलाहाबाद से और सत्यदेव पचैरी कानपुर से लोकसभा सांसद निर्वाचित हुए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार में मुख्यमंत्री सहित कुल 43 मंत्री हैं। कुल 18 कैबिनेट मंत्री हैं, नौ राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और 13 राज्य मंत्री हैं। दो उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं दिनेश शर्मा हैं।