फरीदाबाद के डीएसपी विक्रम कपूर ने इंस्पेक्टर की ब्लैकमेलिंग से तंग आकर आत्महत्या की

फरीदाबाद,हरियाणा में फरीदाबाद के डीएसपी विक्रम कपूर ने पुलिस लाइन स्थित अपने सरकारी आवास में सर्विस रिवाल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। डीएसपी ने अपना जो सुसाइड नोट लिखा है, उसमें उन्होंने भूपानी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अब्दुल शहीद और सतीश मलिक के ऊपर डेढ़ महीने से ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है। ब्लैकमेल होने से परेशान विक्रम कपूर ने सर्विस रिवाल्वर से आत्महत्या कर ली। दोनों अधिकारी किस मामले में ब्लैकमेल कर रहे थे। इसका जिक्र सुसाइड नोट में डीएसपी ने नहीं किया।
डीएसपी की पत्नी नीलम कपूर जब बाथरूम में थी और उनका बच्चा सो रहा था। उसी समय डीएसपी ने सोफे में बैठकर अपनी सर्विस रिवाल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है । पुलिस इंस्पेक्टर द्वारा अपने सीनियर ऑफिसर को ब्लैकमेल करने की इस घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। इस बीच आत्महत्या मामले की जांच कर रही फरीदाबाद पुलिस इस मामले में सुसाइड की वजह का पता लगाने के लिए भूपानी थाना एसएचओ अब्दुल शाहिद और आरोपी सतीश मलिक को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करेगी। इस मामले में आरोपी एसएचओ का रिकॉर्ड पहले भी दागी रहा है। मादक पदार्थ के एक मामले में विभाग ने उन्हें बर्खास्त भी कर दिया था। जांच के बाद वह फिर से विभाग में वापस आ गए थे। पूर्व डीजीपी का भी आरोपी एसएचओ खास रहा है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार एसएचओ ने ब्लैकमेल करने से इंकार किया है। वह सन 2003 से अपनी जान-पहचान बता रहा है। बहरहाल उनकी पत्नी नीलम का रो-रो कर बुरा हाल था। गोली चलने की आवाज से उन्हें लगा कि शॉर्ट-सर्किट का धमाका हुआ है। मगर, जब ड्राइंग रूम में पहुंची तो खून से लथपथ शव को देखकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। यह कहते ही वह घर पर शोक जताने आईं महिला से लिपटकर रोने लगीं। उनका कहना था कि उनका सब कुछ लुट गया। घर पर आ रहे लोगों से कह रही थीं कि अब क्यों आ रहे हो? अब तो सब खत्म हो गया है। वे लोगों को बता रही थीं कि वह रोजाना सुबह 5:00 बजे उठ जाते थे। सुबह उठकर घूमकर वापस घर आ गए थे।
उन्होंने कहा कि यह घटना सुबह करीब छह बजे हुई। डीसीपी ने अपने मुंह में रिवॉल्वर डालकर ट्रिगर दबा दिया। पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि विक्रम कपूर पिछले एक साल से एनआईटी क्षेत्र के डीसीपी पद पर तैनात थे और उन्हें 2020 में रिटायर होना था। उन्होंने कहा कि विक्रम कपूर काफी मिलनसार कर्मठ अधिकारी थे। विक्रम कपूर मूलरूप से अंबाला के रहने वाले थे और हरियाणा पुलिस में एएसआई के रूप में भर्ती हुए थे। पदोन्नति के बाद वह डीसीपी बने और पिछले करीब दो साल से फरीदाबाद में पदस्थ थे। विक्रम कपूर की रिटायरमेंट में अभी एक साल बाकी था। गौरतलब है कि डीसीपी विक्रम कपूर बुधवार सुबह अपने घर के ड्राइंग रूम में सोफे पर बैठे थे। तभी उन्होंने सर्विस रिवॉल्वर अपने मुंह में डालकर ट्रिगर दबा दिया। घटना के समय उनकी पत्नी बाथरूम में थीं। गोली चलने की आवाज सुनकर वह बाहर आईं तो पति को खून से लथपथ पाया। इसके बाद कपूर की पत्नी ने अपने बेटे अर्जुन को जगाया। बाद में पुलिस को इसकी सूचना दी गई।

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