मुम्बई, महान बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर का पहली बार चयन करने वाले चयनकर्ता ने ही अब उनके बेटे अर्जुन का भी चयन किया है। सचिन ने दिसंबर 1988 में गुजरात के खिलाफ मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया और उन्हें यह अवसर मुंबई क्रिकेट असोसिएशन के मुख्य चयनकर्ता नरेन तमहाने ने दिया था। उस चयन समिति में मुंबई के पूर्व रणजी कप्तान मिलिंद रेगे भी शामिल थे। 30 साल से भी ज्यादा समय बीत चुका है और अब सचिन के बेटे अर्जुन का चयन मुम्बई की ओर से विजी ट्राफी के लिए रेगे की अध्यक्षता वाली उसी कमिटी ने किया है। रेगे अभी मुंबई क्रिकेट असोसिएशन के चीफ सिलेक्टर हैं। यह टूर्नामेंट बीसीसीआई की ओर से आयोजित किया गया, जो एक अंडर-23 इवेंट है। अर्जुन बाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं और मंगलवार को मुंबई क्रिकेट असोसिएशन ने उनका चयन विजी ट्रोफी के लिए मुंबई टीम में किया। इससे पहले अर्जुन ने टी20 मुंबई लीग में खेला है जहां उन्हें 5 लाख की कीमत में खरीदा गया था। रेगे ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि यह पहले कभी हुआ था या नहीं, जब पिता और बेटे को किसी एक ही चयनकर्ता ने टीम में चयन किया हो। यह केवल एक इत्तेफाक है कि दोनों ही तेंडुलकर हैं।’ उन्होंने साथ ही कहा कि अर्जुन की गेंदबाजी क्षमता ने उन्हें काफी प्रभावित किया।
सचिन का चयन करने वाले चयनकर्ता ने ही तीस साल बाद अब उनके बेटे का चयन किया
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