उन्नाव रेप पीड़िता को विशेष एयर एंबुलेस से दिल्ली पहुंचाया गया

लखनऊ, रायबरेली सड़क हादसे में बुरी तरह से घायल उन्नाव गैंगरेप केस की पीड़िता को सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद सोमवार शाम विशेष एयर एंबुलेंस से लखनऊ से दिल्ली पहुँचाया गया । पीड़िता को किंग जार्ज मेडिकल कालेज यूनिवर्सिटी से चौधरी चरण सिंह हवाई अडडे तक विशेष ट्राफिक व्यवस्था से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पहुंचाया गया।
दिल्ली से विशेष एयर एंबुलेंस शाम छह बजे लखनऊ पहुंची और शाम करीब साढ़े छह बजे पीड़िता को केजीएमयू से लखनऊ एयरपोर्ट के लिये विशेष एंबुलेंस से रवाना कर दिया गया। एयरपोर्ट से विशेष एयर एंबुलेस से पीड़िता को दिल्ली के लिये रवाना किया गया। आज पहले पीड़िता को रवाना किया गया है अगर मौसम ठीक रहा तो आज रात एयर एंबुलेंस दोबारा वापस आयेगी और वकील को भी ले जायेगी। अगर आज मौसम ठीक न रहा तो वकील को कल सुबह एयर एंबुलेंस से दिल्ली भेजा जायेगा। पीड़िता के साथ उसके कुछ परिजन भी गये है।
वहीं इससे पूर्व केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में पीड़िता ने आज नौ दिन बाद आंखे खोली और उसकी हालत में मामूली सुधार हुआ। अब डाक्टर हालात पर पैनी नजर रखते हुये उसका वेंटीलेटर हटाने पर विचार कर रहे है। जबकि वकील को वेंटीलेटर से पहले ही हटा लिया गया था। लेकिन डाक्टर अभी भी दोनो को खतरे से बाहर नही बता रहे है। बताया जाता है कि पीड़िता की हालत में सुधार हो रहा है वो अब कमांड फालो कर रही है और डाक्टरों की बात को आंख खोल कर समझ रही है। वह हमारे कहने पर हाथ उठा रही है और जुबान दिखाने को कहने पर जुबान दिखा रही है। वहीं घायल वकील महेंद्र सिंह को वेंटीलेटर से हटा दिया गया है लेकिन इसके बावजूद वह खतरे से बाहर नही है क्योंकि उनके सिर में चोट लगी है और वह लगातार कोमा में चल रहे है। उनकी स्थिति नाजुक बनी हुई है। उनके और पीड़िता दोनो के गले में छोटा सा छेद करके टयूब द्वारा आक्सीजन दी जा रही है।
उधर दिल्ली में उच्चतम न्यायालय ने लखनऊ स्थित केजीएमसी अस्पताल में भर्ती उन्नाव बलात्कार पीड़ित को बेहतर इलाज के विमान से दिल्ली के एम्स में लाकर भर्ती करने का सोमवार को निर्देश दिया। बलात्कार पीड़ित पिछले सप्ताह कार और ट्रक की टक्कर में बुरी तरह जख्मी हो गयी। न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता और न्यायमूर्ति अनिरूद्ध बोस की पीठ ने यह निर्देश देने से कुछ मिनट पहले ही इस महिला और उसके को एम्स स्थानांतरित करने का मामला शुक्रवार के लिये स्थगित किया था क्योंकि उनके परिवार की ओर से इस तरह का अनुरोध करने के लिये कोई उपस्थित नहीं था। कुछ समय बाद परिवार के सदस्य की ओर से एक वकील पीठ के समक्ष पेश हुआ और कहा कि पीड़ित की मां चाहती हैं कि उनकी बेटी को बेहतर इलाज के लिये दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में स्थानांतरित कर दिया जाये क्योंकि उसकी हालत अब भी नाजूक बनी हुयी है। पीठ ने पीड़ित की ओर से पेश अधिवक्ता डी रामकृष्ण रेड्डी के कथन का संज्ञान लेते हुये उसे किंग जार्ज मेडिकल कालेज से एम्स स्थानांतरित करने का आदेश दिया। पीठ ने इस मामले की सुनवाई शुक्रवार के लिये निर्धारित करते हुये स्पष्ट किया कि घायल वकील का परिवार भी यह राहत प्राप्त कर सकता है और इसके जब भी आवश्यकता हो, संपर्क कर सकता है।

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