रामपुर, समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और रामपुर संसदीय क्षेत्र से सांसद मोहम्मद आजम खान की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं और अब गिरफ्तारी से बचने के लिए वे कोर्ट की शरण में पहुंचे हैं। उनकी ओर से अग्रिम जमानत की अपील स्थानीय अदालत में की गई है। आजम के खिलाफ उत्तर प्रदेश पुलिस ने पिछले 3 महीनों में 64 मामले दर्ज किए हैं, जिनमें से अकेले 28 मामले पिछले महीने ही दर्ज हुए हैं। रामपुर के डीएम आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि सभी 64 मामले बेहद गंभीर हैं। 27 किसानों ने आजम के खिलाफ जबरन जमीन हड़पने के मामले में केस दर्ज कराया है। चुनाव के दौरान सांप्रदायिक भाषण देने और अधिकारियों को धमकाने जैसे चुनावी उल्लंघन के 13 मामले दर्ज हैं। इन सभी मामलों में पुलिस ने आजम के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है।
सूत्रों के मुताबिक ईडी ने भी आजम के खिलाफ एक केस दर्ज किया था। बताया जा रहा है कि ईडी द्वारा दर्ज किए गए मामले में आजम को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया जा सकता है। पुलिस से लेकर ईडी तक के शिकंजे में फंसे आजम ने गिरफ्तारी से बचने के लिए कोर्ट की शरण ली है। आपको बता दें कि योगी सरकार ने आजम को 12 जुलाई को भू-माफिया घोषित किया था। वहीं आजम खान ने इस मामले में बताया, ‘मैं रामपुर सीट जीतने और भाजपा को हराने की कीमत चुका रहा हूं। यह सब योगी सरकार की राजनीतिक बदले की साजिश है।’ समाजवादी पार्टी ने कहा है कि अगर योगी सरकार आजम को गिरफ्तार करती है तो वह राज्य भर में आंदोलन करेगी। खान ने रामपुर के डीएम आंजनेय और एसएसपी अजय पाल शर्मा पर उनकी पोस्टिंग के बाद से ही भाजपा के एजेंडे को आगे बढ़ाने का आरोप लगाया है। आंजनेय की पोस्टिंग इस साल फरवरी और शर्मा की जून में रामपुर में हुई थी।