फरीदाबाद, कहते हैं सपने देखना कभी नहीं छोड़ना चाहिए। ईमानदारी से सपना देखा जाए तो वह जरूर पूरा होता है। ऐसा ही कुछ बल्लभगढ़ के सदपुरा गांव के बुजुर्ग कूड़ेराम के साथ हुआ। उनकी इच्छा थी कि जब वह अपनी सरकारी नौकरी से रिटायर हों, तब वह अपने घर हेलीकॉप्टर में जाएं। वह कभी हेलीकॉप्टर में नहीं बैठे थे, लेकिन तमन्ना थी कि एक दिन जरूर बैठें। मंगलवार को जब वह स्कूल से रिटायर हुए तो चॉपर में बैठकर अपने घर गए। इस दौरान उन्होंने हवा में उड़कर गांव का चक्कर भी लगाया। कूड़ेराम बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक मूलचंद शर्मा के पैतृक गांव सदपुरा में रहते हैं। वह 8वीं तक पढ़ें हैं। उनके पिता गांव में मेहनत-मजदूरी करते थे। 1979 में कूड़ेराम को हरियाणा शिक्षा विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नौकरी मिल गई। इनकी पहली पोस्टिंग नीमका गांव स्थित सरकारी स्कूल में हुई। तब से वह इसी स्कूल में काम कर रहे थे। मंगलवार को 60 साल की उम्र में उनकी रिटायरमेंट हो गई।
कूड़ेराम के परिवार में पत्नी रामवती के अलावा 3 बेटे और एक बेटी हैं। चारों संतान शादीशुदा हैं। बड़ा बेटा बीरपाल एक कंपनी में सुपरवाइजर है। मंझला बेटा शीशपाल सर्विस स्टेशन चलाता है। सबसे छोटा बेटा कृपाल टैक्सी चलाता है। उनके छोटे भाई शिवकुमार सदपुरा गांव के सरपंच हैं। शिव कुमार ने बताया कि उनके भाई की यह इच्छा थी कि जब वह रिटायर हों तो उसे यादगार बनाया जाए।
इसके लिए उन्होंने कहा कि उन्हें रिटायरमेंट के बाद स्कूल से घर तक हेलीकॉप्टर में लाया जाए। भाई की इच्छा को पूरा करने के लिए नीमका से सदपुरा गांव तक के लिए साढ़े 3 लाख रुपये में हेलीकॉप्टर बुक किया। दोनों गांवों की दूरी महज 2 किलोमीटर है। स्कूल से रिटायरमेंट के बाद वह साढ़े 4 बजे नीमका गांव स्थित राजा जैतसिंह स्टेडियम में खड़े चार सीटर हेलीकॉप्टर में सवार होकर पत्नी रामवती के साथ 5 मिनट में सदपुरा गांव पहुंचे। चॉपर से उन्होंने गांव के चक्कर भी लगाया।
60 साल की उम्र में रिटायर होकर पूरा किया सपना, तीन लाख खर्च कर हेलीकॉप्टर से अपने गांव में उतरे
