भोपाल, विधानसभा में फ्लोर मैनेजमेंट में कांग्रेस सरकार भाजपा सरकार से दो कदम आगे निकली है l बुधवार को सुबह मुख्यमंत्री कमल नाथ ने विपक्ष को बहुमत साबित करने की चुनौती दी थी और शाम को दंडविधि संसोधन में मत विभाजन के पक्ष में पड़े 122 वोट से साबित कर दिया कि बहुमत उन्ही के पक्ष में है l दरसल कर्नाटक में हुए घटनाक्रम के बाद मध्यप्रदेश में भी सियासत गरमाई हुई थी l सुबह ध्यानाकर्षण के दौरान सदन में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने ऊपरी आदेश के बाद 24 घंटे के अंदर सरकार गिराने की चेतावनी दी थी l कमल नाथ ने भी विपक्ष को खुली चेतावनी देते हुए अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कही थी l उन्होंने कहा था कि अविश्वास से सिद्ध हो जायेगा कि सरकार अल्पमत में है या नहीं l शाम को दंडविधि संसोधन में चर्चा के दौरान विपक्ष विधेयक को सर्वसम्मति से पास करने हेतु सहमत हो गया l नेता प्रतिपक्ष ने अध्यक्ष से विधेयक को सर्वसम्मित से पारित करने का आग्रह किया l इस दौरान बसपा विधायक संजीव सिंह ने विधेयक पर डिवीजन की माँग की l इस दौरान अध्यक्ष ने मत विभाजन के द्वारा विधेयक संसोधन पारित करने की व्यवस्था दी l दंडविधि संसोधन की पक्ष में 122 और विपक्ष में 0 वोट पड़े l भाजपा की ओर से 2 विधायकों एनपी त्रिपाठी और शरद कौल ने क्रॉस वोटिंग वोटिंग की। कमल नाथ सरकार फ्लोर टेस्ट में एक बार फिर पूर्ण बहुमत के साथ पास हो गई l वही भाजपा बैकफुट पर आ गई l इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चित काल की लिए स्थगित कर दी गई l
फ्लोर मैनेजमेंट में कमलनाथ का दम, दो बीजेपी विधायकों नारायण त्रिपाठी और शरद कौल ने की क्रॉस वोटिंग, VS अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
