भोपाल, राजधानी के कोलार इलाके में चार साल के मासूम की बेरहमी से हत्या ओर उसे जलाने के मामले मे गिरफ्तार महिला ओर उसके बेटे को पुलिस ने कडी सुरक्षा के बीच कोर्ट मे पेश किया जहॉ से महिला को जेल भेज दिया गया। जानकारी के अनुसार आरोपी मॉ बेटे पर गुस्साये लोगो के हमले की आशंका के चलते कोर्ट मे भारी पुलिस बल तैनात था, वही सिविल ड्रैस मे भी पुलिसकर्मी लगातार नजर रखे हुए थे। पुलिस ने आरोपियो को जेएमएफसी नमिता द्विवेदी की कोर्ट मे पेश किया जहॉ पुलिस द्वारा रिमांड नही मांगने पर अदालत ने उन्हे 31 जुलाई तक जेल भेजने के आदेश दिये। जानकारी के अनुसार आरोपी महिला के बेटे की कांउसिलिग कराने के बाद उसे बाल सुधार गृह भेजा जा सकेगा। वही पुलिस द्वारा बताई कहानी मृतक वरूण के परिवार तथा गांव वालों के गले नहीं उतर रही है। एहतियात के तौर पर बैरागढ़ चीचली में भारी पुलिस बल की तैनाती रखी गई है। पुलिस को मृतक की पीएम रिपोर्ट का इंतेजार है। जिससे मासूम से मौत के पूर्व हुई किसी अन्य अपराध का खुलासा होने की उम्मीद है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद आगे की जांच तय की जाएगी। अधिकारियो का कहना है की प्रकरण की सुनवाई फास्ट्रेक कोर्ट में कराई जाएगी। जिससे आरोपी महिला को जल्द और कड़ी सजा दिलाई जा सके। आरोपी महिला के खिलाफ सबूत जुटाए जा रहे हैं। वही मासूम के लापता होने के बाद महिला के घर सर्चिंग करने गए पुलिस कर्मियो की जानकारी जुटाई जा रही है। जिसके बाद में दोषी पुलिसवालों पर कार्रवाई तय की जएगी। वहीं मृतक वरुण के गांव वालों को महज चोरी के संदेह में हत्या करने की कहानी गले नहीं उतर रही है। सभी के मन में कई अनसुलझे सवाल हैं। इधर, आरोपी महिला सुनीता सोलंकी अपने बयानों पर कायम है। पुलिस पूछताछ में उसने कोई नई कहानी नहीं बताई है। उसे अपने किए पर कोई अफसोस नहीं है। महिला ने पुलिस से खुदको फांसी दिलाने की मांग की है। पुलिस सूत्रों की माने तो देर रात महिला ने बेटे से मिलाने की इछा जाहिर की थी। हालांकि पुलिस ने उसकी मंशा को पूरा नहीं किया।
गोरतलब है की कोलार स्थित चीचली गांव निवासी वरुण मीणा रविवार की शाम करीब सात बजे घर के बाहर से लापता हो गया था। 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी बच्चे की सर्चिंग कर रहे थे। परिजनों ने एक क्रेटा गाड़ी से बच्चे के अपहरण की आशंका जाहिर की थी। पुलिस ने सोमवार को चीचली के सभी घरों की तलाशी ली थी, लेकिन बच्चे का कोई सुराग नहीं लगा था। मंगलवार की दोपहर एसडीओपी मिसरोद अनिल त्रिपाठी और कोलार टीआई अनिल बाजपेयी ने बच्चे के घर के आसपास के इलाके में स्थानीय लोगों के साथ दोबारा सर्चिंग शुरू की थी। दोपहर करीब पोने दो बजे खाली पड़े एक मकान में सर्चिंग की गई तो वहां एक बच्चे की अधजली लाश पुलिस को मिली। बचपन से बच्चे के पैर में बंधे एक ताबीज और कपड़ों से शव की शिनाख्त वरुण के रूप में हुई है। सनसनीखेज हत्याकांड मे पुलिस जांच मे सामने आया की करीब 7 बजे बच्चा खेलते-खेलते आरोपी सुनीता के घर पहुंचा और उसने खाना मांगा। सुनीता ने सब्जी में चींटी मार दवा मिलाकर उसे खिला दी। इससे वह बेहोश हो गया। करीब साढे आठ बजे. बेहोशी की हालात में ही बच्चे को पानी के एक खाली कंटेनर में रख दिया। इसके बाद गांव वालों के साथ बच्चे को तलाशती रही। बाद मे रात 11 बजे सुनीता वापस आई और पानी के कंटेनर से वरुण को निकालकर गेहूं की टंकी में रख दिया और उसके ऊपर दोबारा गेहं भर दिए। पुलिस ने घर की तलाशी ली, लेकिन बच्चा उन्हें कहीं नहीं मिला। सुनीता ने मंगलवार तड़के शव गेहूं की टंकी से निकाला और दुपट्टे में लपेटकर घर के बाहर लाई। शव को पड़ोस की गली में फेंक दिया। इसके बाद वह अपने घर से निकली और बाजू वाले मकान में पहुंची। शव को उठाकर मकान के पिछले हिस्से में लेकर गई। वहां कमरे में और भी कुछ कपड़े पड़े थे। कपड़े शव से लपेटने के बाद आग लगा दी। धुआं ज्यादा नहीं फैले इसलिए पानी डाल दिया था। शव पर गेहूं चिपके थे, गेहूं के पीछे-पीछे सुनीता के घर तक पहुंची पुलिस ने जहां से शव बरामद किया, वहां आसपास गेहूं बिखरा हुआ था और बच्चे के शरीर पर भी गेहूं के दाने चिपके हुए थे। गेहूं के दानों के आधार पर ही पुलिस सुनीता के घर तक पहुंची। वहां गेहूं सूखते मिले तो शक यकीन में बदल गया। इसके साथ ही सुनीता के घर व उसके कपड़ों से दुर्गंध आ रही थी। पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने कहा- बदबू टॉयलेट की है, फिर बोली कि सुबह चूहा मर गया था। लेकिन पुलिस ने जब गेहूं की टंकी खोली तो उसमें से शव सडऩे की दुर्गंध आ रही थी। एफएसएल टीम ने घर का परीक्षण किया, जिसमें बच्चे का शव उसके घर में ही छिपाकर रखे जाने की पुष्टि हो गई। सुनीता ने पूछताछ में बताया कि 16 जून को वह एक शादी में शामिल होने बाहर गई थी। इस दौरान उसके घर में डेढ़ किलो चांदी, सोने के दो बूंदे और 30 हजार रु चोरी हो गए थे। चोरी की घटना के बाद वरुण के पिता विपिन और उनका परिवार रोजाना पार्टी कर रहे थे। सुनीता को विपिन पर चोरी करने का शक था। इसी का बदला लेने के लिए उसने वरुण को मार डाला।