नई दिल्ली, मॉनसूनी मूसलाधार बारिश ने देश के अनेक प्रदेशों में कोहराम मचाया है। असम, बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र में मॉनसूनी बारिश का दौर जारी है। असम और उत्तरी बिहार में बाढ़ जैसे हालात हैं। असम में आधे से अधिक जिले ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों में आई बाढ़ के कारण जलमग्न हैं। बिहार में भारी बारिश की वजह से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। मौसम विभाग ने राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जोरदार बारिश के कारण के कारण बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है।
असम में 4.23 लाख लोग प्रभावित, 7 मौतें-
असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। राज्य के आधे से अधिक जिले ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों में आई बाढ़ के पानी में जलमग्न हैं। इसकी वजह से अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है। बाढ़ के कारण राज्य के 4.23 लाख लोग प्रभावित हैं। बाढ़ के पानी की वजह से लुमडिंग-बदरपुर पर्वतीय खंड में रेल सेवाएं नियंत्रित करनी पड़ीं हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अनुसार प्रभावित जिलों में धेमाजी, लखीमपुर, बिस्वनाथ, नलबाड़ी, चिरांग, गोलाघाट, माजुली, जोरहाट, डिब्रूगढ़, नगांव, मोरीगांव, कोकराझार, बोंगाईगांव, बक्सा, सोनितपुर, दर्रांग और बारपेटा शामिल हैं। इसके अनुसार बारपेटा में हालत गंभीर है, जहां 85,000 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।
मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है जो काफी डराने वाला है। वीडियो में देखा जा सकता है कि मौरीगांव जिले के टेंगागुरी स्थित एक स्कूल देखते-देखते चंद सेकेंड में ब्रह्मपुत्र नदी में समा गया। 26 सेकेंड के इस वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि स्कूल पानी के बहाव में कागज की तरह बह गया। ये वीडियो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। बारिश के चलते ब्रह्मपुत्र नदी के साथ ही दिक्खू, धनसिरी, जिया भराली, पुतिमारी और बेकी नदियां भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। असम में बाढ़ की स्थिति लगातार गंभीर होती जा रही है, जिसके बाद राज्य में सहायता के लिए सेना को बुलाया गया है। ब्रम्हपुत्र नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। राज्य में बाढ़ की वजह से छह लोगों की मौत हो गई है, जबकि 21 जिलों के करीब 8.7 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। अधिकारी 11 जिलों में 68 राहत शिविर और वितरण केंद्र चला रहे हैं, जहां 7643 लोगों ने शरण ली हुई है। क्षेत्रीय मौसम विभाग (आरएमडी) ने जो अलर्ट जारी किया है उसके अनुसार राज्य में बाढ़ की स्थिति काफ़ी भयावह हो सकती है। आरएमडी की रिपोर्ट का कहना है कि राज्य में अगले कुछ दिनों में काफ़ी भारी वर्षा की आशंका है। कोकराझार, चिरांग, धुबरी, बंगाईगांव, नलबारी, बारपेटा, उदलगुरी, कार्बी आंगलोंग, बिश्वनाथ, धेमाजी, चराईदेव, लखीमपुर, तिनसुकिया, दिमा हसाओ को रेड, ऑरेंज और येलो श्रेणी में रखा गया है।
बिहार में 6 जिलों में बाढ़ की हालात-
बिहार के उत्तरी हिस्सों और नेपाल के तराई क्षेत्रों में हो रही लगातार बारिश के बाद कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे राज्य के कम से कम 6 जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। कई स्थानों पर रेल पटरियों पर पानी चढ़ जाने से रेल यातायात बाधित हुआ है। राज्य में भारी बारिश कोसी और सीमांचल के क्षेत्रों में तबाही लेकर आई है। कोसी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे कई क्षेत्रों में बाढ़ का पानी घुस गया है। नेपाल में भारी बारिश से गंडक बैराज का भी जलस्तर बढ़ गया है। राज्य के 6 जिले शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, अररिया और किशनगंज के क्षेत्रों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। अररिया और पूर्णिया के इलाकों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। वहां एनडीआरएफ को अलर्ट कर दिया गया है। दरभंगा, वैशाली और मुजफ्फरपुर में भी विभिन्न नदियों के उफान के कारण कई गांवों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है।
उत्तर प्रदेश में तेजी से बढ़ रहा नदियों का जलस्तर-
उत्तर प्रदेश में पिछले कई दिनों से हुई लगातार बारिश से कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे दर्जनों गांव बाढ़ से घिर गए हैं। अयोध्या जिले में सरयू नदी का जलस्तर चेतावनी का निशान पार कर गया है। नदी का जलस्तर सुबह 91.86 मीटर दर्ज किया गया, जिससे तटवर्ती इलाकों में हड़कंप मच गया है। स्थानीय लोगों ने पलायन शुरू कर दिया है। सबसे ज्यादा खराब स्थिति बहराइच की है। वहां नेपाल में हो रही बारिश का असर देखा जा रहा है। जिले के शिवपुर ब्लॉक के 24 गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। बाराबंकी में घाघरा नदी का जलस्तर दो सेंटीमीटर प्रति घंटे की दर से बढ़ रहा है। श्रावस्ती में राप्ती नदी खतरे के निशान से पांच सेमी ऊपर बह रही है। मात्र एक ही दिन में वाराणसी में गंगा का जलस्तर 0.7 मीटर बढ़ गया। इसके बाद चेतावनी के स्तर से मात्र 10.60 मीटर ही गंगा रह गई है।
देश के अन्य हिस्सों में भी बारिश-
बारिश ने पंजाब और हरियाणा के बड़े हिस्सों को भी प्रभावित किया, जिससे अधिकांश जगहों पर अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे आ गया। पश्चिम बंगाल में सेतीझोरा और कालीझोरा के बीच लगभग 5 स्थानों पर पहाड़ियों का एक बड़ा हिस्सा ढह गया। सिक्किम में रांगपो और 32 नम्बर राजमार्ग पर भी भूस्खलन हुआ है। लगातार हो रही बारिश ने उत्तर बंगाल में सामान्य जीवन को खतरे में डाल दिया है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो रही है और पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन हो रहा है। गुजरात के वडोदरा में बारिश के कारण एक पेड़ पर फंसे 4 बंदरों को बचा लिया गया है। मौसम विभाग ने ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में हल्की से भारी बारिश की चेतावनी दी है।