जबलपुर, पश्चिमी हवाओं ने मानसून का रास्ता रोक रखा हैं। मानसून मध्यप्रदेश में आ चुका है प्रदेश के कई शहरों सहित संभाग के कई जिलों में बारिश हो रही है। लेकिन जबलपुर सूखा हैं। मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी हवाओं की वजह से मानसून मंडला में ही अटका हुआ है। मानसून ने बादलों को आगे बढ़ने के लिये दक्षिणी पूर्वी हवाओं की जरुरत है लेकिन अभी उत्तरी पश्चिमी हवायें चल रही है। इसलिये मानसून पूर्वी क्षेत्र में सक्रिय नहीं हो पा रहा हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में नया सिस्टम बन रहा है लेकिन उसके आने पर भी दो-तीन दिन का वक्त लगेगा। बारिश नहीं होने के कारण उमस भरी गर्मी से जनजीवन परेशान है। संभाग के जिले मंडला, सिवनी, नरसिंहपुर में अच्छी बारिश होने के समाचार मिले है।
उमस भरे माहौल से बेचैनी
पिछले एक पखवाड़े से उमस भरे माहौल से बेचैन जनजीवन को बारिश का बेसब्री से इंतजार है। लेकिन बारिश लालच बरकरार है। बादल छाते है निकल जाते है। बारिश नहीं हो पा रही है। जिससे उमस भरी गर्मी ने सबको बेचैन कर रखा है। मौसम कार्यालय के मुताबिक हवा की दिशा विपरीत होने के कारण स्थिति अनुकूल नहीं हो पा रही है। मौसम कार्यालय की मानें तो बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवात के कारण हवा के कम दबाव वाला क्षेत्र बन रहा है लेकिन उसके सक्रिय होने में भी 48 से 72 घंटे का समय लग सकता हैंं।
फिर चढ़ा पारा
उमस भरी गर्मी से पारा एक बार फिर चढ़ गया हैं। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के प्रवक्ता ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान नगर का अधिकतम तापमान 39.06 डिग्री सेल्सियस, सामान्य से 7 डिग्री अधिक रिकार्ड किया गया। न्यूनतम तापमान 27.06 डिग्री सेल्सियस सामान्य से 3 डिग्री अधिक रिकार्ड किया गया। हवा में नमी प्रातःकाल 58 प्रतिशत और सायंकाल 48प्रतिशत दर्ज की गई। शहर में 1 जून से अब तक कुल वर्षा मात्र 33.0 मिमी दर्ज की जा चुकी है। गत वर्ष अधिकतम तापमान 33.06 और न्यूनतम 27.09 डिग्री दर्ज किया गया था। प्रदेश का सर्वाधिक 41 डिग्री सेल्सियस तापमान राजगढ़ में दर्ज किया गया। गत वर्ष आज के दिन वर्षा नहीं हुई थी कुल वर्षा ५७ मिली मीटर वर्षा दर्ज हुई थी और कुल वर्षा 97.08 मिली मीटर दर्ज की जा चुकी थी। अगले 24 घंटों के दौरान संभाग के कुछ जिलों में छुटपुट वर्षा हो सकती हैं।