अमेठी, यूपी में कांग्रेस की परंपरागत अमेठी संसदीय सीट को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से छीनने वाली भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने एक बड़ा फैसला लेते हुए शनिवार को घोषणा की वह अमेठी में अपना घर बनाएंगी और इसके लिए गौरीगंज में उन्होंने एक जमीन देख ली है। उन्होंने कहा कि अमेठी अब उनका स्थायी निवास स्थल होगा और वह लोगों के लिए उपलब्ध रहेंगी। अपने निर्वाचन क्षेत्र में घर बनाने का स्मृति ईरानी का फैसला इस बात का स्पष्ट संकेत है कि वह आगामी वर्षो में अमेठी के साथ संबंध बरकरार रखने का इरादा रखती हैं। केंद्रीय मंत्री ने शनिवार को अपने निर्वाचन क्षेत्र के लिए कई परियोजनाओं की घोषणा भी की।
राहुल गांधी ने साल 2004 से 2019 के चुनाव से पहले तक लोकसभा में अमेठी का प्रतिनिधित्व किया था। साल 1999 में उनकी मां सोनिया गांधी ने यह सीट जीती थी। अमेठी सीट पर लगातार कब्जा रहने के बावजूद गांधी परिवार ने यहां अपना घर बनाने की नहीं सोची, बल्कि वे अपने दौरे के दौरान अतिथि गृह में रहते थे। अपने दो दिवसीय दौरे पर पहुंची स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए शनिवार को कहा कि नामदार लोग यहां से सांसद चुने जाने के बाद पांच साल लापता रहते थे और अमेठी की जनता यहां से दिल्ली तक चिराग लेकर उन्हें खोजती थी। स्मृति ईरानी ने कहा, ‘नामदार लोग यहां से सांसद चुन कर जाने के बाद पांच साल लापता रहते थे। अमेठी की जनता चिराग लेकर यहां से दिल्ली तक खोजती थी फिर भी नहीं मिलते थे।
उन्होंने कहा कि अमेठी की जनता के फैसले की गूंज पूरी दुनिया में सुनाई दी है। अमेठी की जनता ने नामदारों की विदाई कर विकास को चुना है। एक सामान्य परिवार के सदस्य को अमेठी ने मौका दिया है। मैं ‘पूरी ईमानदारी से सेवा करूंगी’। राजा विश्वनाथ शरण इंटर कालेज परिसर में आयोजित एक अन्य कार्यक्रम में स्मृति ने अमेठी के विकास से जुडी योजनाओं का शिलान्यास किया। ईरानी ने प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के अमेठी जिले में चयनित 2117 लाभार्थियों को आवास की चाभी सौंपी। कार्यक्रम की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने की। इस मौके पर प्रदेश सरकार के मंत्री मोहसिन रजा और विधायक मयंकेश्वर शरण सिंह, गरिमा सिंह एवं अन्य भाजपा नेता मौजूद थे।