मुंबई, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को 14,000 करोड़ रुपए का चूना लगाकर देश से फरार हुए हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी ने बांबे हाई कोर्ट में अपनी बीमारी की जानकारी के साथ एक हलफनामा दायर कर कहा है कि वह देश से भागा नहीं है, बल्कि अपना इलाज कराने के लिए विदेश में है। चोकसी ने हलफनामे में कहा मैं फिलहाल एंटीगुआ में रह रहा हूं और जांच में मदद करने का इच्छुक हूं। अगर कोर्ट को उचित लगे तो वह जांच अधिकारी को एंटीगुआ भेजने का निर्देश दे सकता है। फरार हीरा कारोबारी ने कहा मैं जांच में शामिल होने का इच्छुक हूं, लेकिन स्वास्थ्य संबंधी कारणों से यात्रा करने में असमर्थ हूं। मैं यह भरोसा दिलाता हूं कि जैसे ही यात्रा के लिए फिट हो जाऊंगा, भारत लौट आऊंगा। चोकसी ने यह भी कहा मैं विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए विशेष कोर्ट और जांच अधिकारी के समक्ष पेश होना चाहता हूं। अपने हलफनामे में चोकसी ने कहा कि सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय ने दावा किया है कि मैं जांच में शामिल नहीं हो रहा हूं, जो बिल्कुल गलत है।
अपनी बीमारी का हवाला देते हुए चोकसी ने दावा किया वह एंटीगुआ से बाहर यात्रा नहीं कर सकता है। हालांकि, उसने कहा है कि ईडी और सीबीआई उससे एंटीगुआ में ही पूछताछ कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि मेहुल चोकसी और उसके भांजे नीरव मोदी ने पीएनबी को 14 हजार करोड़ रुपए का चूना लगाया है। नीरव मोदी फिलहाल लंदन की एक जेल में बंद है, जिसके प्रत्यर्पण के लिए भारत ने ब्रिटेन से अनुरोध किया है, जिसका मामला कोर्ट में चल रहा है।
प्रवर्तन निदेशालय ने बीते तीन जून को बांबे हाईकोर्ट को बताया कि पंजाब नेशनल बैंक से जुड़े करोड़ों रुपए के बैंक घोटाले में आरोपी कारोबारी मेहुल चोकसी भगोड़ा और फरार है। ईडी ने अपने हलफनामे में चोकसी की दो याचिकाओं को खारिज करने की मांग की, जिनमें एक उसे भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित करने की अर्जी के खिलाफ है और दूसरी उसे उन लोगों से जिरह करने की अनुमति देने के लिए है, जिनके बयानों को आधार बनाकर ईडी उसे भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित करवाने की कोशिश कर रही है।