भोपाल, माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में घोटाले के आरोप मे फंसे पूर्व कुलपति बीके कुठियाला जहॉ ईओडब्ल्यू के अल्टीमेटम के बाद भी शुक्रवार को ईओडब्ल्यू के सामने पेश नहीं हुए। हालांकि उनकी अनुपस्थिती पर इससे पहले ईओडब्ल्यू आगे कोई कार्यवाही करता इसके पहले ही कुठियाला ने वकील के जरिए ईओडब्ल्यू को पत्र लिखकर नहीं आने के पीछे स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया और पेश होने के लिये 27 जून के बाद की तारीख मांगी है। वही इसी दोरान कुठियाला ने अपनी अग्रिम जमानत की कोशिशे भी शुरु कर दी है। जानकारी के अनुसार कुठियाला की ओर से ईओडब्ल्यू की स्पेशल कोर्ट मे अग्रीम जमानत याचिका लगाई गई है। लेकिन मंगलवार को वकीलो की हडताल होने के कारण उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई नही हो सकी। जानकारी के अनुसार कुठियाला की जमानत याचिका पर सुनवाई 19 जून को होगी। गोरतलब है की माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में बीजेपी शासन के दौरान नियुक्तियों और आर्थिक अनियमितताओं में ईओडब्ल्यू ने कुठियाला सहित 20 लोगों खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। इस घोटाले मे ईओडब्ल्यू ने कुठियाला से पूछताछ के लिए उन्हें दो बार नोटिस जारी किए लेकिन हर बार उन्होंने बहाना बनाकर पेश होने मे असर्थता जताते हुए समय मांगा है। बीते दिनो जब ईओडब्ल्यू ने उन्हे आखिरी मौका दिया तो कुठियाला ने अपने वकील प्रमोद सक्सेना की तरफ से ईओडब्ल्यू को पत्र भेज दिया। उन्होंने अपने स्वास्थय का हवाला देकर कहा कि अभी वो पेश होने की स्थिति में नहीं हैं, साथ ही पत्र मे कुठियाला ने पेश होने के लिये 27 जून के बाद की तारीख मांगी है। जानकारी के अनुसार कुठियाला ने पत्र के साथ सिविल अस्पताल पंचकुला का मेडिकल सर्टिफिकेट लगाया था। कुठियाला को डॉक्टरों ने ब्लड प्रेशर, शुगर, हाइपरटेंशन की वजह से आराम करने की सलाह दी है। वही ईओडल्ब्यू के अधिकारियो का कहना है, कि जरुरत पडने पर हमारी टीम पंचकूला जाकर भी प्रो. कुठियाला के ब्यान दर्ज कर सकती है।