माले,अपने कार्यकाल की दूसरी पारी की शुरुआत में पहले विदेशी दौरे पर मालदीव पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मालदीव के सर्वोच्च पुरस्कार ‘रूल ऑफ निशान इज्जुद्दीन’ से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मोदी ने भारतीय क्रिकेटरों द्वारा हस्ताक्षरित बल्ला भेंट कर क्रिकेट डिप्लोमैसी का श्रीगणेश किया। मोदी की यह यात्रा भारत की ‘पड़ोसी पहले’ की नीति को दी जा रही महत्ता को दर्शाती है। प्रधानमंत्री पिछली बार यहां नवंबर 2018 में राष्ट्रपति (इब्राहिम मोहम्मद) सोलिह के शपथ ग्रहण समारोह में आए थे।’
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मेरे दूसरे कार्यकाल के पहले विदेशी दौरे पर आपके सुंदर देश मालदीव आने का मुझे सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस अवसर और आपके शानदार मेहमाननवाजी के लिए मैं मालदीव सरकार को बधाई देता हूं। पीएम मोदी ने कहा कि मालदीव के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित करके आपने मुझे ही नहीं, बल्कि पूरे भारतवर्ष को गौरव दिया है। यह सम्मान मेरे लिए हर्ष और गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों को हिंद महासागर की लहरों ने सांस्कृतिक संबंधों में बांधा है। सन 1988 में बाहरी हमला हो, या सुनामी जैसी कुदरती आपदा, या पीने की पानी की कमी। भारत हमेशा मालदीव के साथ रहा है और मदद के लिए आगे आया है। पीएम मोदी ने कहा कि मैं यह दोहराना चाहता हूं कि भारत मालदीव की हर संभव सहायता के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि भारत हर हाल में हर समस्या में मालदीव के साथ खड़ा है। दोनों देशों के लोग विकास और स्थिरता चाहते हैं।
पीएम मोदी ने कहा ‘भारत में संसदीय और मालदीव में राष्ट्रपति और मजलिस के चुनावों के जनादेश से साफ है कि दोनों देशों के लोग स्थिरता और विकास चाहते हैं। ऐसे में जनकेन्द्रित और समावेशी विकास तथा सुशासन की हमारी जिम्मेदारी और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। मैंने अभी राष्ट्रपति सोलिह के साथ विस्तृत और उपयोगी विचार-विमर्श किया। हमने आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों के साथ-साथ हमारे द्विपक्षीय सहयोग की विस्तार से समीक्षा की है। हमारी साझेदारी की भावी दिशा पर हमारे बीच पूर्ण सहमति है। राष्ट्रपति सोलिह के पद ग्रहण करने के बाद से द्विपक्षीय सहयोग की गति और दिशा में मौलिक बदलाव आया है।’
इस दो दिवसीय यात्रा का मकसद हिंद महासागर द्वीपसमूह के साथ संबंधों को और मजबूती प्रदान करना है। प्रधानमंत्री के रिपब्लिक स्क्वायर पर आगमन पर राष्ट्रपति सोलिह और मोदी ने एक-दूसरे का अभिवादन किया। वहां पहुंचने पर मोदी का आधिकारिक स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। विदेश मंत्री शाहिद ने ट्वीट किया कि मोदी की पहली विदेश यात्रा पर वेलाना अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उनका स्वागत करना बड़े सम्मान की बात रही। उन्होंने कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं कि यह यादगार यात्रा होगी जिससे मालदीव-भारत संबंध नयी ऊंचाई हासिल करेंगे।’
विदेश मंत्री शाहिद ने पीएम मोदी की यात्रा के मद्देनजर टि्वटर पर कहा कि ‘रूल ऑफ निशान इज्जुद्दीन’ मालदीव का सर्वोच्च सम्मान है, जिसे विदेशी हस्तियों को दिया जाता है। प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को कहा था कि मालदीव की उनकी यात्रा भारत द्वारा अपनी ‘पड़ोसी पहले’ नीति को दी जा रही महत्ता को दर्शाती है।