नई दिल्ली,17वीं लोकसभा में धमाकेदार जीत दर्ज करने वाली भाजपा नीत एनडीए ने कुल 382 सीटें अपने नाम की है। नतीजों ने 542 सांसदों को उच्च सदन में पहुंचाया है। सबसे बड़ी बात यह है कि देश में पहली बार 542 में से 394 सांसद स्नातक डिग्रीधारी हैं। यानि इस बार पढ़े लिखे लोगों ने राजनीति में झंडा बुलंद किया है। साथ ही इनमें 12 फीसदी सांसद 40 वर्ष से कम आयु के है यानि युवा संसद। 300 सांसद पहली बार चुने गए हैं।
पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च नामक एक थिंक-टैंक के अनुसार, 27 फीसदी सांसद 12वीं तक पढ़े हैं। यह पिछली लोकसभा से 7 फीसदी अधिक है। 394 सांसद स्नातक की पढ़ाई करके पहुंचे हैं। यह सांसदों का 43 फीसदी है। वहीं, 25 फीसदी सांसदों के पास पीजी डिग्री है। लगभग 22 सांसदों के पास डॉक्टरेट की डिग्री है यानि पीएचडी किए हुए हैं। नवनिर्वाचित लोकसभा के करीब 12 प्रतिशत सदस्यों की उम्र 40 साल से कम की है। यह जानकारी एक थिंकटैंक ने दी है। ऐसे सांसदों की संख्या 65 हैं।
8वीं बार संसद पहुंचे गंगवार और मेनका
लोकसभा में दो सांसद ऐसे भी हैं, जो 8वीं बार संसद पहुंचे हैं। संतोष गंगवार और मेनका गांधी ने यह उपलब्धि हासिल की है।
सर्वाधिक महिला भागीदारी
17वीं लोकसभा में महिलाओं की भागीदारी भी बढ़ी है। इनकी कुल संख्या 78 है। यह पहला मौका है, जब इतनी बड़ी तादाद में महिला सांसद चुनी गई हैं। यह संसद का कुल 17 फीसदी भी है।
4 सांसद 6 लाख के अंतर से जीते
पहली बार चार प्रत्याशियों ने 6 लाख मतों के अंतर से जीत दर्ज की है। वहीं, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत करीब एक दर्जन उम्मीदवारों की जीत का अंतर पांच लाख से अधिक का रहा है। बड़ी जीत दर्ज करने वाले उम्मीदवारों में 14 भाजपा के सांसद हैं। इस बार लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ी जीत गुजरात की नवसारी सीट से भाजपा के सीआर पाटिल ने दर्ज की। उन्होंने कांग्रेस के पटेल धर्मेशभाई भीमभाई को 6,89,668 वोटों से हराया है।
मोदी सरकार में 394 सांसद स्नातक डिग्रीधारी, देश में पहली बार पढ़ी लिखी लोकसभा
