नई दिल्ली, 17वीं लोकसभा के गठन के लिए देशभर में 7 चरणों में हुए मतदान की मतगणना गुुरुवार आठ बजे से शुरू होगी। निर्वाचन आयोग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। गौरतलब है कि सत्रहवीं लोकसभा के तहत 542 सीटों और चार राज्यों की विधानसभाओं के लिए हुये मतदान हुआ है। गुरुवार सुबह आठ बजे से शुरू होने वाली मतगणना के लिए देश भर में बनाये गये मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा की सख्त व्यवस्था की गई है। हर केंद्र में बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिये गये हैं। आयोग ने इस बार परिणाम को तेजी से अपडेट करने के लिए ‘वोटर हेल्पलाइन ऐप तैयार किया है, जबकि वेबबसाइट पर भी परिणाम देखे जा सकेंगे। 19 मई को आए तकरीबन सभी प्रमुख एक्जिट पोल में भाजपानीत राजग (एनडीए) को बहुमत मिलने का अनुमान लगाया गया है। सुबह से शुरू होने वाली मतगणना के संपूर्ण परिणाम आने में समय लग सकता है। सरकार किसकी बनेगी, यह स्थिति देर रात तक ही साफ हो पाएगी।
सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में लोकसभा चुनाव हुए थे। इसके साथ ही चार राज्यों-आंध्र प्रदेश, ओडिशा, सिक्कम और अरुणाचल प्रदेश की विधानसभा सीटों के लिए 11 अप्रैल से 19 मई के बीच मतदान हुआ था।
परिणाम में देरी : वीवीपैट पर्चियों का सत्यापन
चुनाव आयोग ने कहा है कि वीवीपैट पर्ची से वोटों के मिलान और सत्यापन के लिए 5 मतदान केंद्रों को औचक आधार पर चुना जायेगा। इस प्रक्रिया में चार से पांच घंटे का समय लग सकता है।
22 दलों की मांग ठुकराई, पूर्ववत होगी मतगणना
आयोग के अनुसार मतों की गिनती पूर्व के चुनावों की भांति ही होगी। गिनती पूरी होने के बाद ही वीवीपैट पर्चियों का मिलान किया जायेगा। 22 राजनीतिक दलों ने मतगणना शुरू होने के समय वीवीपैट की पर्चियों का ईवीएम से मिलान करने की मांग रखी थी, जिसे आयोग ने ठुकरा दिया। गौरतलब है कि कांग्रेस के नेतृत्व में मंगलवार को 22 राजनीतिक दलों ने मतगणना शुरू होने पर पहले वी वी पैट पर्चियों का मिलान की मांग रखी थी। दलों ने कहा था कि गड़बड़ी की आशंका पर उस पूरे विधानसभा क्षेत्र की वीवीपैट की पर्चियों का मिलान ईवीएम से कराया जाये।
कांग्रेस ने आयोग पर उठाये सवाल
कांग्रेस ने फिर ईवीएम पर सवाल खड़े किये हैं। चुनाव आयोग द्वारा मतगणना के समय पहले वोटर वेरिफायेबल पेपर ऑडिट ट्रायल्स (वीवीपैट) की पर्चियों का मिलान इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से कराने की 22 विपक्ष दलों की मांग ठुकराने के बाद कांग्रेस ने इस काला दिवस बताया है। कांग्रेस ने कहा -‘कमजोरÓ चुनाव आयोग ने यह कमजोर निर्णय लिया है। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि अब तक पार्टी को आयोग की तरफ से इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गयी है, लेकिन मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार आयोग ने वीवीपैट की पर्चियों का मिलान पहले कराने की मांग अस्वीकार कर दी है।
विपक्ष ने दी खून-खराबा की धमकी
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने मतगणना से पहले विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ईवीएम के जरिए चुनाव को प्रभावित करने की साजिश हुई तो खून-खराबा हो सकता है।
कल सरकार के फैसले की घड़ी, 8 बजे शुरू होगी मतगणना देर रात साफ होगी सरकार की तस्वीर
