नई दिल्ली, 23 मई को नतीजे आने से ठीक पहले दिल्ली के होटल अशोक में राजग के घटक दलों के नेताओं के लिए डिनर रखा गया जिसमें सभी सहयोगी दलों की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सम्मानित भी किया गया।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की पहल पर राजग के शीर्ष नेताओं की यह बैठक ऐसे समय में बुलाई गई जब 22 विपक्षी दलों ने कुछ देर पहले ही ईवीएम को लेकर चुनाव आयोग से कई मांगें सामने रखी। होटल अशोक में आयोजित डिनर बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीसामी तथा लोकजनशक्ति पार्टी प्रमुख रामविलास पासवान, शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे शामिल हुए।
उधर, शिरोमणि अकाली दल का प्रतिनिधित्व पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और पार्टी नेता सुखबीर सिंह बादल ने किया। राजग नेताओं ने उम्मीद जाहिर की है कि एग्जिट पोल्स की तरह ही 23 मई को मतगणना के बाद केंद्र में बीजेपी के नेतृत्व में मजबूत सरकार बनेगी।
इससे पहले, बीजेपी मुख्यालय पर अपने मंत्रि परिषद के सदस्यों के लिए आयोजित ‘स्वागत एवं आभार मिलन समारोह’ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान की तुलना तीर्थयात्रा से की। उन्होंने कहा कि ऐसा लगा जैसे जनता देश के पुनर्जागरण और राष्ट्रीय उत्थान के अभियान में योगदान देने के लिए कृत संकल्पित थी। उन्होंने कहा कि यह चुनाव केवल पार्टी ने नहीं बल्कि जनता ने भी लड़ा।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैंने कई चुनाव देखे हैं लेकिन यह चुनाव राजनीति से परे है। इस चुनाव को जनता तमाम तरह की दीवारों को लांघ कर लड़ रही थी। मैंने कई विधानसभा चुनाव और पिछले लोकसभा चुनाव में प्रचार अभियान में हिस्सा लिया था। इस दौरान देशभर का दौरा भी किया पर इस बार का चुनाव प्रचार ऐसा लगा कि जैसे तीर्थयात्रा हो।’