MP में बैकफुट पर भाजपा ,कमलनाथ बोले हमारे दस विधायकों को पैसा और पद का प्रलोभन दिया गया

भोपाल,मुख्यमंत्री कमल नाथ के करारे जवाब से भाजपा नेताओं को बैकफुट पर आना पड़ा। भाजपा नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के फ्लोर टेस्ट के जवाब में कमल नाथ ने हामी भर दी। नाथ ने कहा कि हम कभी भी टेस्ट को तैयार हैं। इसके बाद भाजपा नेताओं की बोलती बंद हो गई। मुख्यमंत्री कमल नाथ ने ताजा बयान में कहा कि भाजपा नेता राज्य में कांग्रेस की सरकार गिराना चाहते हैं, लेकिन वे सफल नहीं हो पाएंगे। नाथ ने कहा कि भाजपा नेताओं ने कांग्रेस के 10 विधायकों को फोन कर पैसा और पद देने का प्रलोभन दिया है, लेकिन मुझे अपनी पार्टी के विधायकों पर पूरा भरोसा है। गौरतलब है कि पहले भी प्रदेश सरकार में मंत्री प्रदुम्न सिंह तोमरभाजपा नेताओं पर 50 करोड़ रुपए देकर कांग्रेस विधायकों को खरीदने की पेशकश का आरोप लगा चुके हैं। एग्जिट पोल मनोरंजन का जरिया बताते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा मनोरंजन पर जश्न मना रही है। सोशल मीडिया पर भी इसे घोटाला बताया जा रहा है।
बैखौफ नाथ करेंगे विस्तार
भाजपा नेताओं की मंशा को ध्वस्त करने के उददेश्य से मुख्यमंत्री कमलनाथ शीघ्र ही अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। कांगे्रस सरकार में पहले ही एक निर्दलीय को मंत्री बनाकर सदस्यों की संख्या 115 की जा चुकी है जबकि बहुमत के लिए 116 सदस्य ही चाहिए। खबर है कि समर्थन देने वाले विधायकों में से 2-3 को और मंत्री बनाया जा सकता है। राष्ट्रीय स्तर पर यदि सपा और बसपा के साथ कोई तालमेल बनता है तो सपा और बसपा विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है वर्ना निर्दलीय तो तीन विधायक हैं ही जो सरकार को समर्थन दे रहे हैं।
हार्स ट्रेडिंग को लेकर अलर्ट
मध्यप्रदेश में खरीद फरोख्त के जरिए ही कांग्रेस सरकार को गिराने एवं नई सरकार गठित करने का खेल हो सकता है। भाजपा के सभी बड़े नेता तब से ही कांगे्रस सरकार के गिराने की घोषणा करते आ रहे हैं। विस चुनाव के बाद जब से इसका गठन हुआ। लिहाजा जहां सरकार गिराने की मंशा रखने वाले भाजपा नेताओं की नजर कांगे्रस और समर्थन देने वाले विधायकों पर है तो सीएम कमलनाथ एवं उनकी टीम भी शांत नहीं है। वे भी अपने विधायकों को सुरक्षित रखने के साथ भाजपा विधायकों को तोडऩे की कोशिश कर भाजपा के नहले पर दहला जडऩे की तैयारी में है।
अपनों से भार्गव का कदम
राज्यपाल को पत्र लिखकर विशेष सत्र की मांग करने वाले नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव का यह कदम पार्टी नेताओं को ही पसंद नहीं आया। कुछ नेताओं का कहना है कि ऐसा कर भार्गव ने कांगे्रस को अलर्ट कर दिया है। इन नेताओं का यह भी कहना है कि फ्लोर टेस्ट की मांग तब करना चाहिए जब कुछ विधायक सरकार गिराने के लिए तैयार हों। वर्ना यदि सीएम ने विपक्ष की मांग स्वीकार कर ली तो फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित कर दिया तो 6 माह के लिए सरकार फिर सुरक्षित हो जाएगी।

एग्जिट पोल नहीं, मनोरंजन पोल
लोकसभा चुनाव को बाद और परिणाम के ठीक पहले समाचार माध्यमों के एग्जिट पोल पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तंज कसते हुए सवाल खड़े करते हुए कहा है कि ‘यह एग्जिट पोल नहीं, मनोरंजन पोल है। पोल तो 23 मई को खुलेगी। रविवार को सातवें चरण के मतदान के बाद विभिन्न समाचार माध्यमों के एग्जिट पोल सामने आए। इनमें फिर भाजपा के नेतृत्व में सरकार बनने का रुझान जताया गया है। कमलनाथ ने मंगलवार को एग्जिट पोल पर संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर बहुत सी ऐसी जानकारियां आ रही हैं, यह एग्जिट पोल नहीं मनोरंजन पोल है। असली पोल जो खुलने वाली है, वह 23 तारीख को खुलेगी।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि एग्जिट पोल की जो परंपरा बनाई गई है, इनके रुझानों पर ही जश्न मना लो। सच्चाई 23 तारीख को सामने आएगी। सोशल मीडिया पर ईवीएम का एक नया घोटाला सामने आ रहा है। वह कितना सही है और कितना सही नहीं है, वह 23 मई को सामने आ जाएगा। आपको बताते जाए कि लोकसभा चुनाव के बाद एग्जिट पोल में मोदी सरकार की वापसी बताया गया है। मध्यप्रदेश में भी भाजपा का परचम लहलाता बताया गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *