चाईबासा, झारखंड के चाईबासा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों को चुनौती दी कि यदि उनमें दम है तो शेष बचे दो चरण के चुनाव अपने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के मान-सम्मान और बोफोर्स के मुद्दे पर लड़ लें। इससे पता चल जायेगा कि ‘किसके बाजुओं में कितना दम है।’
झारखंड में सिंहभूम और जमशेदपुर लोकसभा सीटों के लिए चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि, ‘कांग्रेस को चुनौती देता हूं, नामदार परिवार के रागदरबारियों और चेले चपाटों को चुनौती देता हूं कि आज का चरण तो पूरा हो गया है, लेकिन अभी दो चरणों का चुनाव शेष है। आपके पूर्व प्रधानमंत्री जिनके लिए आप मोटे-मोटे आंसू बहा रहे हैं, उनके मान-सम्मान पर ही अंतिम दो चरणों का चुनाव लड़ लें।’ पीएम मोदी ने कांग्रेस और उसके सहयोगियों को ललकारते हुए कहा, ‘आप में हिम्मत है तो आखिरी दो चरणों के चुनाव और दिल्ली का भी चुनाव, बोफोर्स के मुद्दे पर लड़ लें।’
उन्होंने कहा, ‘नामदार परिवार प्रधानमंत्री के पद की मार्यादा भी भूल गया और देश के प्रधानमंत्री को लगातार गाली देता रहा, लेकिन जैसे ही हाल में एक सभा में मैंने बोफोर्स के भ्रष्टाचार की याद दिलाई, जैसे तूफान आ गया। मैंने तो सिर्फ एक शब्द ही बोला था, लेकिन मानो इनको तो बिच्छू काट गया।’ उन्होंने कहा कि देश के नौजवानों को भी पता चलना चाहिए कि कैसे 20वीं सदी में एक परिवार ने देश को लूटा और बर्बाद किया। उन्होंने कहा, ‘आइये उस समय के प्रधानमंत्री (राजीव गांधी) के मान सम्मान के मुद्दे पर ही शेष चुनाव लड़ते हैं। दम हो तो मैदान में आइये।”
मोदी ने दो टूक कहा, ‘यह लोकतंत्र है, आप अपनी बात रखिये और हम अपनी बात रखेंगे। जनता जनार्दन फैसला करेगी।’ उन्होंने कहा, ‘मैं देखता हूं कि ये मिलावटी लोग और कांग्रेस मेरी चुनौती को स्वीकार करते हैं कि नहीं?’ प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर अपने शासन के पचपन वर्षों में भारी भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि वह इस भ्रष्टाचार की जकड़न को तोड़ने में काफी हद तक सफल हुए हैं, लेकिन वह यह दावा नहीं कर सकते कि इस जकड़न को उन्होंने पूरी तरह समाप्त कर दिया है। मोदी ने दो टूक कहा कि उनकी पांच वर्षों की सरकार के दामन पर भ्रष्टाचार का एक भी दाम नहीं गा है और विपक्ष इसी से तिलमिलाया है और उनकी सरकार के खिलाफ ऊलजुलूल आरोप लगाने की कोशिश कर रहा है।