जबलपुर,संसदीय सीट जबलपुर के कैंट क्षेत्र में फर्जी वोटिंग का मामला सामने आ रहा है। यहां पर सेना के जवानों द्वारा किये गया मतदान की शिकायत हुई है। कांग्रेस प्रत्याशी और अधिवक्ता विवेक तन्खा ने जबलपुर में अस्थाई तौर पर निवास करने आए सैनिकों के वोटर आईडी कार्ड बनाए जाने की प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं। तन्खा ने फोटोमय कागजात केंद्रीय चुनाव आयोग नई दिल्ली को भेजे हैं। तन्खा ने प्रकिया पर वोटर रजिस्ट्रेशन एक्ट के उल्लंघन का आरोप लगाया है। तन्खा ने कहा कि सेना के वरिष्ट अधिकारियों की बीजेपी के साथ सांठगांठ है।
तन्खा के अनुसार उन्होंने उन साक्ष्यों को भी इकठ्ठा किया है जिसमें सेना के वाहन का उपयोग कर सैनिकों को मतदान केंद्रों तक ले जाकर वोटिंग कराई गई है। तन्खा का कहना है कि इसकी शिकायत वे निर्वाचन आयोग से करेंगे और जरूरत पडऩे पर अदालत का दरवाजा भी खटखटाएंगे। वहीं, कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी छवि भारद्वाज ने कहा है कि मामले की निष्पक्षता के साथ जांच की जाएगी।
क्या कह रहा प्रशासन
कलेक्टर ने कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा फॉर्म छह के तहत वोटर रजिस्ट्रेशन के तमाम प्रावधानों का पालन किया गया है। ऑर्डिनरी रेसीडेंस के दायरे में आने वाले सभी सैनिको का पंजीयन वोटर के रूप मे किया गया जिसमे कोई गड़बड़ी नहीं की गई है।
सेना बोली- हमें बदनाम करने की साजिश
मामले में सेना ने भी एक शिकायत जबलपुर एसपी निमिष अग्रवाल को सौंपी है। शिकायत में सेना को बदनाम करने का आरोप लगाते हुए तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है। एसपी को सौंपी गई शिकायत में उन लोगों पर कार्रवाई की मांग की गई है, जिन्होंने फर्जी वोटिंग करने के आरोप लगाते हुए वीडियो वायरल किया है।
क्या है मामला
दरअसल, 29 अप्रैल मतदान के दिन सदर स्थ्ति एक स्कूल मे बड़ी संख्या में सैनिक मतदान करने पहुंचे थे, तभी एक कांग्रेसी कार्यकर्ता ने वीडिया बनाकर सैनिकों पर बीजेपी का प्रचार करने का आरोप लगाया था।