भोपाल, लोकसभा चुनाव 2019 के चौथे चरण के लिए शनिवार शाम को प्रचार थम गया। मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव कुल चार चरणों में होना है। जिसका पहले चरण का मतदान सोमवार 29 अप्रैल को होना है। इस चरण में सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट एवं छिंदवाड़ा में वोट डाले जाना हैं। इसके लिए शनिवार की शाम पांच बजे चुनाव प्रचार का शोर थम गया अब प्रत्याशी घर-घर जाकर लोगों से संपर्क कर अपने लिए वोट मांग रहे हैं। प्रदेश में इस चरण के लिए कुल 108 प्रत्याशी जिसमें सीधी में 26, शहडोल में 13, जबलपुर में 22, मंडला में 10, बालाघाट में 23 एवं छिंदवाड़ा में 14 प्रत्याशी मैदान में हैं। वहीं छिंदवाड़ा विधानसभा के उप चुनाव की बात करें तो छिंदवाड़ा विधानसभा उप चुनाव में नौ प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं।
इस चरण के चुनाव में दोनों प्रमुख दलों कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्षों कमलनाथ और राकेश सिंह की साख दांव पर है।
इस चरण के तहत छिंदवाड़ा से कांग्रेस प्रत्याशी और मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ एवं जबलपुर से भाजपा प्रत्याशी और प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह के भाग्य का फैसला होगा। इसी चरण में छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के लिए भी उपचुनाव होना है, जिसके लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ स्वयं प्रत्याशी हैं। उनका मुकाबला भाजपा के विवेक साहू बंटी से होना है। जबलपुर में भाजपा अध्यक्ष सिंह के सामने कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ नेता विवेक तन्खा चुनावी मैदान में हैं। वहीं छिंदवाड़ा में नकुलनाथ से मुकाबले के लिए भाजपा ने आदिवासी नेता और पूर्व विधायक नत्थन शाह चुनाव लड़ रहे हैं।
अगर शहडोल की बात करें तो यहां पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ने ही दल बदलू प्रत्याशियों पर ही दांव खेला है। भाजपा ने यहां से पूर्व कांग्रेस सांसद दलवीर सिंह और राजेश नंदिनी की बेटी हिमाद्री सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है। हिमाद्री सिंह इस साल मार्च में भाजपा का दामन थामा, जिसके कुछ ही दिन बाद उन्हें शहडोल से पार्टी ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया। हिमाद्री सिंह का मुकाबला कांग्रेस की प्रमिला सिंह से होगा। भाजपा से विधायक रहीं प्रमिला सिंह ने पिछले साल विधानसभा चुनाव में भाजपा से टिकट नहीं मिलने के कारण पार्टी छोड़ दी थी, इसके बाद उनके कांग्रेस में आने के चलते पार्टी ने शहडोल से उन्हें चुनावी मैदान में उतार दिया।
बालाघाट संसदीय सीट पर कांग्रेस के मधु भगत का सामना भाजपा के ढाल सिंह बिसेन से होगा। सीधी में कांग्रेस से पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह चुनाव में अपना भाग्य आजमा रहे हैं। वे पिछले विधानसभा चुनाव में चुरहट से भाजपा प्रत्याशी शरतेंदु तिवारी के हाथों पराजित हो गए थे, इसके बाद पार्टी ने उन्हें अब लोकसभा चुनाव के लिए मैदान में उतारा है। उनका मुकाबला सीधी में मौजूदा सांसद भाजपा की रीति पाठक से होगा। श्रीमती पाठक को भी यहां से भाजपा के कई नेताओं के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। मंडला संसदीय क्षेत्र पर भाजपा एक बार फिर पूर्व केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते के भरोसे चुनावी मैदान में है। कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी कमल मरावी इस संसदीय क्षेत्र से विरोध का सामना कर रहे हैं।