रीवा, चुरहट की तहसीलदार अमिता सिंह ने करोड़पति बनने का एक नया अभिनव तरीका खोज निकाला। रीवा-सिंगरौली रेलवे लाइन की जमीन अधिग्रहण के बदले रेलवे में नौकरी देकर, पैसा कमाने के इस फर्जीवाड़े का खुलासा आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा ने किया है। तहसीलदार सहित 46 लोगों पर अपराधिक मामला ईओडब्ल्यू ने दायर किया है।
कौन बनेगा करोड़पति कार्यक्रम में 50 लाख रूपए जीतने वाली अमिता सिंह इन दिनों करोड़ों रुपए की गड़बड़ी के मामले में चर्चाओं में आ गई हैं। रेलवे लाइन के लिए जमीन अधिग्रहण करने और किसान परिवार के एक सदस्य को चतुर्थ श्रेणी की नौकरी दिलाने के नाम पर भारी गड़बड़ियां की गई।
जमीन अधिग्रहण की अधिसूचना जारी होने के बाद नियम विरुद्ध नामांतरण कर कई लोगों को अवैध रूप से भूस्वामी बना दिया गया। ग्वालियर और पन्ना के लोगों के नाम भी इसमें जोड़ दिए गए। एक हेक्टेयर जमीन जो चुरहट के ग्राम नकवेल में रामानुज विश्वकर्मा की थी । उस जमीन पर 28 नामांतरण आदेश जारी कर 28 लोगों को रेलवे में नौकरी दिलाने का मामला सामने आया है। इसमें 8 करोड़ रुपए का अतिरिक्त मुआवजे का भुगतान भी होना था। अब इस पूरे मामले की जांच शुरू हो गई है।