कोलंबो, श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में ईस्टर संडे के दिन हुए हमलों के बाद अब यहां बुर्के पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। जांच के बाद संदिग्ध एवं अन्य सबूतों के आधार पर हमले में बड़ी संख्या में महिलाओं के शामिल होने के संकेत मिले हैं। बता दें कि रविवार को हुए इन हमलों में 321 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि लगभग 500 लोग घायल हो गए थे। मंगलवार को मीडिया से आई खबरों के बारे में जानकारी दी गई। जानकारी के अनुसार मस्जिद अधिकारियों से विचार-विमर्श कर सरकार इस कदम को लागू करने की योजना बना रही है। सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार इस मामले पर सोमवार को कई मंत्रियों ने राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरीसेना से बातचीत की। बता दें कि 1990 की शुरुआत में खाड़ी युद्ध तक श्रीलंका में मुस्लिम महिलाओं की पारंपरिक वेशभूषा में बुर्का और नकाब कभी शामिल नहीं रहे। खाड़ी युद्ध के समय मुस्लिम महिलाओं के लिए चरमपंथी तत्वों ने पर्दा शुरु किया था। जानकारी के अनुसार रक्षा सूत्रों से पता चला कि डेमाटागोड़ा में घटनाओं में शामिल कई महिलाएं बुर्का पहन कर भाग गई। यदि श्रीलंका में बुर्का प्रतिबंध हो जाता है तो वह एशिया, अफ्रीका, यूरोप के उन देशों के समूह में शामिल हो जाएगा, जिन्होंने आतंकवादियों को पुलिस से बचने या विस्फोटकों को छुपाने के लिए बुर्का इस्तेमाल करने पर रोका है। बता दें कि चाङ, कैमरून, गाबोन, मोरक्को, ऑस्ट्रिया, बुल्गारिया, डेनमार्क, फ्रांस, बेल्जियम और उत्तर पश्चिम चीन के मुस्लिम बहुल प्रांत शिंजियांग में बुर्के पर प्रतिबंध है।