संबित पात्रा के लिए आसान नहीं है पुरी, BJD के पिनाकी मिश्रा दे रहें है कड़ी टक्कर

पुरी,भगवान जगन्नाथ की नगरी पुरी में भारतीय जनता पार्टी के संबित पात्रा चुनाव लड़ रहे है। यहां की चुनावी जंग देश भर में चर्चा का विषय बन गई। भाजपा प्रत्याशी कभी गरीबों के घर खाना खाते दिखते हैं, तो कभी कड़क धूप में अपने लिए वोट मांगते हुए। संबित पात्रा की रैलियों, चुनावी संभाओं में भीड़ तो उमड़ रही है। लेकिन उनकी चुनौती कतई आसान नहीं है।
संबित पात्रा का इस सीट पर मुकाबला बीजेडी के पिनाकी मिश्रा से है। पिनाकी मिश्रा मौजूदा सांसद हैं और पिछली बार लोकसभा चुनाव में उन्हें सवा पांच लाख से ज्यादा वोट मिले थे। कांग्रेस ने इस सीट से सत्य प्रकाश नायक को टिकट दिया है। पुरी की जंग में बहुजन समाज पार्टी, अखिल भारतीय हिन्दू महासभा, सीपीआई (एमल) और कलिंग सेना के प्रत्याशी भी मैदान में है। इस सीट पर 23 अप्रैल को मतदान है, मतगणना ठीक 1 महीने बाद 23 मई को होगी।
भगवान जगन्नाथ की नगरी पुरी में पहली बार चुनाव 1952 में हुए। इस सीट पर कांग्रेस और बीजू जनता दल का प्रभुत्व रहा है। मौजूदा सांसद पिनाकी मिश्रा पहली बार 1996 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते थे। लेकिन 1998 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर बीजू जनता दल के ब्रज किशोर त्रिपाठी जीते। ब्रज किशोर त्रिपाठी बीजू जनता दल के टिकट पर 2004 तक लगातार चुनाव जीतते रहे। 2009 में भी इस सीट पर बीजू जनता दल ही चुनाव जीती, लेकिन इस बार पार्टी ने टिकट कांग्रेस में रहे पिनाकी मिश्रा को दिया था। 2009 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेडी के टिकट पर पिनाकी मिश्रा जीते। 2014 में देश भर में मोदी की हवा होने के बावजूद इस सीट पर बीजेडी और पिनाकी मिश्रा ने अपना दबदबा कायम रखा। इस लोकसभा सीट पर भाजपा कभी नहीं जीती है।
पुरी लोकसभा का विस्तार ओडिशा के खोरधा, नयागढ़ और पुरी जिले में है। 2011 की जनगणना के मुताबिक यहां की जनसंख्या 19 लाख 11 हजार 898 है। यहां की 83.02 फीसदी आबादी गांवों में रहती है, जबकि लगभग 17 फीसदी आबादी शहरों में निवास करती है। इस क्षेत्र में अनुसूचित जाति के लोगों की आबादी 15.54 फीसदी है, जबकि अनुसूचित जनजाति का हिस्सा 1.47 फीसदी है। पुरी में जगन्नाथ मंदिर होने की वजह से सालों भर यह क्षेत्र आध्यात्मिक पर्यटन का केन्द्र बना रहता है। इस वजह से यहां की अर्थव्यवस्था को काफी बल मिलता है। पुरी लोकसभा सीट के तहत विधानसभा की 7 सीटें आती हैं। ये सीटें हैं पुरी, पिपली, नयागढ़, ब्रह्मगिरी, चिल्का, सत्याबदी और रानपुर सीट। 2014 के विधानसभा चुनाव में सत्याबदी सीट पर कांग्रेस को जीत मिली थी। जबकि चिल्का सीट पर भाजपा के कैंडिडेट ने जीत हासिल की थी। बाकी 5 सीटों पर बीजू जनता दल ने कब्जा जमाया था।

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