जयपुर,चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी पहली बार मैदान पर आपा खोते नजर आये। राजस्थान रायल्स से मुकाबले के दौरान अंपायरों से मैदान पर बहस करने के चलते धोनी पर जुर्माना लगाया गया है। अंपायर के निर्णय का विरोध करने के चलते धोनी को उनकी मैच का फीस का 50 प्रतिशत हिस्सा जुर्माने के तौर पर देना होगा। धोनी के इस रवैये को इंडियन टी-20 लीग की आचार संहिता के खिलाफ माना गया है। उन्होंने लेवल 2 के अपराध 2.20 का उल्लंघन किया है, जिसके चलते उन पर जुर्माना लगाया गया है। धोनी ने अपना अपराध कबूल भी कर लिया है।
राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मैच में चेन्नई की टीम को आखिरी ओवर में 16 रन चाहिए थे। 20वें ओवर की चौथी गेंद पर सैंटनर ने एक ऊंची उठती गेंद पर दो रन ले लिये। यहां खास बात यह रही कि मैदानी अंपायर ने पहले बॉल की हाइट देखकर नो बॉल का इशारा किया पर बाद में इसे कैंसिल कर दिया। मैदानी अंपायर का फैसला देख धोनी से रहा न गया। वह मैदान में पहुंच गए। उन्होंने मैदानी अंपायर को ईशारा किया अगर आप पहले नो बॉल का संकेता दे रहे थे तो इसे कैंसिल क्यों कर रहे हैं। आखिरकार फैसला हुआ कि गेंद नो बॉल नहीं है।