भोपाल,राजधानी स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में साल के अंत तक सभी 960 बेड शुरू हो जाएंगे। वर्तमान में अस्पताल में 574 बेड शुरु हो चुके हैं। करीब तीन महीने से बजट की तंगी के चलते बेड व अन्य सामानों की खरीदी नहीं होने की वजह से बिस्तरों की संख्या नहीं बढ़ पा रही है। बुधवार को केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सुदान की अध्यक्षता में एम्स में हुई स्थायी वित्त समिति की बैठक में करीब महीने भर में बजट उपलब्ध कराने पर चर्चा हुई है। एम्स का 2019-20 का बजट 800 से 900 करोड़ रहने की उम्मीद है। इस पर अंतिम निर्णय एम्स के विभागध्यक्षों की रिव्यू मीटिंग के बाद होगा।
बता दें कि एम्स में बजट की तंगी के चलते मरीजों का काफी परेशानी हो रही है। उन्हें आईवी फ्लूड व दस्ताने भी खरीदने पड़ रहे हैं। सारी खरीदी तीन महीने से बंद है। स्थायी वित्त समिति की बैठक के बाद अब एक महीने में बजट जारी होने की उम्मीद है। बैठक के पहले सचिव ने अस्पताल में माड्युलर ओटी, पोषण पुनर्वास केन्द्र का निरीक्षण व नर्सिंग कॉलेज का लोकार्पण किया। स्वच्छता पखवाड़े के तहत उन्होंने गांधी गैलरी का शुभारंभ किया। इस मौके पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अपर सचिव डॉ. डीएस गंगवार, संयुक्त सचिव सुनील शर्मा, डायरेक्र डॉ. सरमन सिंह सिंह मौजूद थे।