मेरठ, लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरूवार से चुनाव प्रचार अभियान का आगाज कर दिया है। मेरठ में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश सबसे पहले है। उन्होंने कहा मैं चौकीदार हूं और भ्रष्टाचारियों को हर हाल में बेनकाब करके छोड़ूंगा। जनसभा में बड़ी संख्या में मौजूद लोगों को देखते हुए उन्होंने कहा जिसे भी 2019 का जनाधार देखना हो उसे इस जनसैलाब को गौर से देखना चाहिए। जनसभा में इतनी बड़ी संख्या में एकत्र लोगों को देख कर सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि इस बार किसकी सरकार बनने वाली है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे।
मंच पर पहुंचने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका फूलों का हार पहनाकर स्वागत किया। जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैं अपना हिसाब दूंगा। साथ-साथ दूसरों का हिसाब भी लूंगा। ये दोनों काम साथ-साथ चलने वाले हैं। तभी तो होगा हिसाब बराबर। आप तो जानते हैं कि मैं चौकीदार हूं। चौकीदार कभी नाइंसाफी नहीं करता। हिसाब होगा, सबका होगा, बारी-बारी से होगा। आने वाले दिनों में एनडीए के पांच साल का हिसाब रखूंगा और विरोधियों से पूछूंगा कि जब देश ने आप लोगों पर भरोसा किया था, तो आप नाकाम क्यों रहे। क्यों आपने देश की जनता का भरोसा तोड़ा। उन्होंने कहा आज एक तरफ विकास का ठोस आधार है, तो दूसरी तरफ न नीति है, न विचार है, न ही नीयत है। आज एक तरह नए भारत के संस्कार हैं और दूसरी तरह वंशवाद का बोलबाला है। आज एक तरफ नए भारत के संस्कार हैं, तो दूसरी तरफ वंशवाद और भ्रष्टाचार का विस्तार है।
एक तरफ दमदार चौकीदार है, तो दूसरी तरफ दागदारों की भरमार है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा 5 साल पहले जब मैंने आप सभी से आशीर्वाद मांगा था, तो आपने भरपूर प्यार दिया था, मैंने कहा था आपके प्यार को मैं ब्याज सहित लौटाऊंगा और जो काम किया है, उसका हिसाब दूंगा और साथ में दूसरों का हिसाब भी लूंगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधन की शुरुआत में कहा कि 2019 के चुनाव अभियान की शुरुआत मेरठ से शुरु करने की एक खास वजह है। सन 1857 में वही सपना, वही आकांक्षा दिल में लिए इसी मेरठ से स्वतंत्रता के आंदोलन का पहला बिगुला फूंका गया था। मैं आदरणीय चौधरी चरण सिंह को मैं नमन करता हूं। चौधरी साहब देश के उन महान सपूतों में से हैं, जिन्होंने देश कि राजनीति को खेत खलिहानों और किसानों की ओर ध्यान देने के लिए बाध्य किया।